शिमला: नगर निगम शिमला ने अपना वित्त वर्ष 20-21 का बजट पेश कर दिया है. बीजेपी बजट को सभी वर्गों को ध्यान में रख कर बनाया गया बजट बता रही है, जबकि विपक्ष ने पुरानी योजनाओं को नए सिरे से पेश करने का आरोप लगाया है.
विपक्ष के पार्षदों ने आरोप लगाया है कि पिछले बजट की घोषणाओं को नगर निगम पूरा नहीं कर पाया है और अब दोबारा पिछली योजनाओं को बजट में शामिल करके लोगों को पागल बनाया जा रहा है.
कांग्रेस पार्षद दिवाकर ने बताया कि निगम ने बजट कट वेस्ट वाला पेश किया है और नगर निगम दो सालों से घाटे का बजट पेश कर रहा है. उन्होंने कहा कि बजट में शहर के लिए कोई नई घोषणाएं नहीं की गई है, जबकि बजट में स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले कार्यों को शामिल किया गया है.
माकपा पार्षद शैली शर्मा ने कहा कि पिछले बजट में मरीजों को मुफ्त खाना, मेधावी छात्रों को लैपटॉप देने की घोषणा की गई थी, लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि जब नगर निगम अपनी घोषणाएं पूरी नहीं कर सकता, तो बजट पेश क्यों करता है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल होगा प्लास्टिक मुक्त: सरकार मांग रही है जनता से सुझाव