किन्नौर: किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर दुर्घटनाओं (Jagat Negi accuses Forest Corporation) के बढ़ने की संभावना जताई है. मंगलवार को रिकांगपिओ में एक प्रेसवार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि इन दिनों जिला के राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर दुर्घटनाओं के बढ़ने की संभावना दिख रही है, क्योंकि सड़के सर्दियों के कारण जमने लगी है और जिला के राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 के बीचों बीच कई बड़े-बड़े पेड़ (Cutting trees on NH 5) खड़े हैं.
ऐसे में रात के समय वाहनों के इन पेड़ों से टकराने पर (Dangerous trees on NH 5) दुर्घटना होने की संभावना बन जाती है, लेकिन फॉरेस्ट कॉरपोरेशन द्वारा करीब एक वर्ष से इन पेड़ों को नहीं काटा जा रहा है. जबकि सरकार ने किन्नौर में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर खतरा महसूस करते हुए करीब 24 पेड़ों की निशानदेही (Jagat Negi on Surat Negi) कर इन्हें काटने के लिए फॉरेस्ट कॉरपोरेशन को निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक इन पेड़ों को नहीं काटा गया है.
जगत सिंह नेगी ने कहा पोवारी से रिकांगपिओ के (Powari to Reckong Peo) बीच राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर बिल्कुल खड़ी चढ़ाई है, जिसमे हर मोड़ के आसपास सड़क के बीच देवदार व चिलगोजे के विशालकाय पेड़ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि कई बार इन पेड़ों से छोटे वाहन भी टकराए हैं. ऐसे में अगर (Accident on NH 5 Kinnaur) फॉरेस्ट कॉरपोरेशन ने पेड़ों को समय रहते नहीं काटा, तो सर्दियों में वाहनों के साथ दुर्घटना हो सकती है.
उन्होंने कहा कि फॉरेस्ट कॉरपोरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष सूरत नेगी (Surat Negi Vice President Forest Corporation) जिला किन्नौर से संबंध रखते हैं, लेकिन वे अपने फॉरेस्ट कॉरपोरेशन के काम को छोड़कर जिला की राजनीति में उलझे हुए हैं. जबकि उन्हें फॉरेस्ट कॉरपोरेशन के कार्यों पर ध्यान देना चाहिए, लेकिन फॉरेस्ट कॉरपोरेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष सूरत नेगी बिल्कुल विपरीत चले हुए हैं.
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