शिमला: देश और प्रदेश में लोगों ने दीप जलाकर और पटाखे फोड़कर दीपावली का त्योहार मनाया. इस दौरान कई जगहों से अप्रिय घटनाएं भी सामने आई हैं. राजधानी शिमला में दीपावली की रात पटाखों से जलकर लगभग एक दर्जन लोग घायल हो गए, इनमें अधिकतर बच्चे शामिल हैं.
मामले का पता तब लगा जब आईजीएमसी में बीती रात लगभग 10 से 12 लोग पहुंचे. जिन्हें पटाखों के कारण आंखों में नुकसान पहुंचा. वहीं, कई के हाथ भी जल गए. अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद इन्हें घर भेज दिया गया है. सारे मामले शहर के विभिन्न उपनगरों से थे. जिनमें संजौली, छोटा शिमला, भट्टाकुफर, भराड़ी समर हिल, खालिनी न्यू शिमला शामिल हैं. इन इलाकों मे पटाखों के कारण कइयों के हाथों और आंखों को नुकसान पहुंचा. 3 मामले में डीडीयू अस्पताल में भी आए हैं.
गौरतलब है कि प्रति वर्ष दीपावली की रात लापरवाही से आतिशबाजी के कारण जलने के मामले सामने आते हैं. डॉक्टरों की ओर से दीपावली से पहले अलर्ट भी किया जाता है. इस बार भी चिकित्सकों ने ग्रीन दिवाली व सावधानी पूर्ण पटाखे चलाने की अपील की थी.
दिवाली पर हर साल पटाखों से जलने के कारण कई हादसे होते हैं. ज्यादा सीरियस मामला होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए, लेकिन अगर घाव छोटा है तो प्राइमरी ट्रीटमेंट घर पर ही लिया जा सकता है. राजधानी शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में हर साल पटाखों से जलने के कई मामले आते है.
इस संबंध में आईजीएमसी आपातकाल विभाग में तैनात सीएमओ डॉ .सोमेश शर्मा ने बताया कि दीपावली की रात व शुक्रवार सुबह पटाखे से जलने के कई मामले आए हैं. जिनमें 10 से 12 लोग शामिल थे, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है.
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