किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के पानवी में स्थित डीएलआई एवं तरांडा हाइड्रो प्रोजेक्ट (Hydro Project in Kinnaur) में स्थानीय लोगों के रोजगार मामले को लेकर प्रशासन द्वारा प्रोजेक्ट प्रबंधन समेत कुछ स्थानीय भाजपा नेताओं को एक बैठक में बुलाया गया है. वहीं, इस बैठक को लेकर किन्नौर कांग्रेस अध्यक्ष उमेश नेगी ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस बैठक में स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशासन द्वारा दरकिनार किया जा रहा है, जो सरासर गलत है.
किन्नौर कांग्रेस अध्यक्ष उमेश नेगी ने बताया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में लगातार जिला के पंचायत प्रतिनिधियों को दरकिनार कर भाजपा के नेताओं को सरकार तवज्जो दे रही है. जबकि चुने हुए प्रतिनिधि जनता की समस्या को सुनने व उसके हल के लिए बने होते हैं. परंतु जिले में अब भाजपा संगठन द्वारा हस्तक्षेप किया जा रहा है. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि 21 जनवरी 2022 को डीएलआई एवं तरांडा प्रोजेक्ट में स्थानीय लोगो को रोजगार के लिए बैठक रखी गयी है, जिसमें पंचायत जनप्रतिनिधियों को दरकिनार कर उस क्षेत्र के भाजपा नेताओं को बुलाया गया है जो लोकतंत्र की हत्या है.
इसके साथ ही उमेश नेगी ने कहा कि तरांडा पंचायत के बीडीसी सदस्य, पंचायत प्रधान, जिला परिषद सदस्यों समेत वार्ड सदस्यों को भी बैठक से दूर रखने से डीएलआई एवं तरांडा प्रोजेक्ट से संबंधित स्थानीय लोगों की समस्याएं और रोजगार के विषय में प्रशासन को अवगत करवाया जा सकता था, लेकिन प्रशासन ने भाजपा नेताओं के दबाव में इस बैठक से स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों को दूर रखा है. ताकि भाजपा के नेता इस बैठक में अपनी मनमानी कर सकें. उन्होंने कहा कि किन्नौर कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करती है.
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