शिमला: राजधानी शिमला में करीब 110 दिनों से धरने पर बैठे करूणामूलक संघ (Karunamulak Sangh) ने मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर शेरे पंजाब से सीटीओ तक सरकार के विरुद्ध रैली निकाली. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और चेतावनी देते हुए कहा कि अभी तो सरकार ने उपचुनावों में 4 सीटें ही हारीं हैं, लेकिन अगर अभी भी सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में सभी सीटों से भाजपा को हार का सामना करना पड़ेगा.
संघ ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाकर उनके साथ भेदभाव की नीति अपनाने का आरोप लगाया है. करूणामूलक संघ के प्रदेश अध्यक्ष (State President of Karunamulak Sangh) अजय कुमार ने बताया कि संघ के पदाधिकारी मुख्य सचिव से भी मिल चुके हैं, लेकिन उनकी मांग पर कोई गौर नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि वह पिछले करीब 110 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
अजय कुमार ने कहा कि 4500 करूणामूलक आश्रित (compassionate dependent) रोजगार लेने के लिए पिछले लंबे समय से सरकार से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सरकार मांगों को अनसुना कर रही है. सरकार लंबे समय से उन्हें केवल आश्वासन देती आई है और जब आश्रितों ने विभाग से जाकर बातचीत की तो हर बार उन्हें निराशा ही हाथ लगी है. करूणामूलक आश्रित दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. सरकार न तो उन्हें नियुक्ति दे रही न ही कोई अन्य सहायता कर रही है. उन्होंने कहा कि यह क्रमिक अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर लेती.
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