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पराला फल मंडी में गत्ते के नीचे बिक रहा सेब, व्यापारी बोले- इससे बागवानों को मिलता है बढ़िया दाम

ईटीवी भारत ने पराला फल मंडी का दौरा किया. यहां देखा गया कि नियमों व कानूनों को ठेंगा दिखाकर सेब बेचा जा रहा है, जिस पर किसी की नजर नहीं है. यहां सरेआम गत्ते के नीचे सेब बेचा जा रहा है. हमारी टीम को देखकर भी कुछ एक व्यापारियों ने बोली बंद कर दी तो कुछ धमकाने पर भी आ गए. पढ़ें पूरी खबर..

Parala fruit market
पराला फल मंडी
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Published : Sep 13, 2022, 5:11 PM IST

ठियोग: हिमाचल प्रदेश में सेब का सीजन इन दिनों जोरों पर है और सेब के दामों में भारी गिरावट भी (Apple Price in Himachal) दर्ज की जा रही है. इन दिनों सेब के दाम प्रति पेटी ₹600 तक गिर गए हैं, जिससे बागवानों में निराशा देखी जा रही है. ईटीवी भारत ने जिला शिमला के तहत सबसे बड़ी फल मंडी, पराला फल मंडी (Parala fruit market) का दौरा किया. यहां देखा गया कि फल मंडी में सेब की आवक अब बहुत कम हो गई है और नियमों व कानूनों को ठेंगा दिखाकर सेब बेचा जा रहा है, जिस पर किसी की नजर नहीं है.

गत्ते और रुमाल के नीचे लग रही सेब की बोली: वहीं, मंडी में सेब कम आने से भीड़ भी कम है और सेब की पैकिंग का जो नया ट्रेंड चला है उसको लेकर भी बागवानों की अलग-अलग राय है. कुछ बागवान इसे फायदा बता रहे हैं तो कुछ घाटे का सौदा. मंडी में 42 किलो की पेटी भरकर लाए बागवान का कहना है कि उनका खर्च कम आ रहा है. पराला फल मंडी में कई आढ़ती खुली बोली लगाकर सेब बेच रहे हैं. मंडी में अच्छा सेब 1700 तक बिक रहा है, जबकि न्यूनतम दाम 500 तक भी बागवानों को मिल रहा है. इसी बीच मंडी में सरेआम APMC नियमों की अनदेखी कर गत्ते और रुमाल के नीचे भी (Illegal sale of apples in Parala) बोली लग रही है. जिस पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.

पराला फल मंडी

मीडिया द्वारा कवरेज करने पर धमकाने लगे व्यापारी: बागवान इसका विरोध तो कर रहे हैं, लेकिन मंडी में कोई भी बागवान खुलकर सामने नहीं आता. ETV BHARAT की टीम को जरूर लोगों ने अपनी समस्याएं बताईं. हालांकि ये भी देखा गया कि बागवान कैमरे के सामने इसलिए भी नहीं आते की व्यापारी उनसे नाराज हो जाएंगे और उनका सेब कम बेचेंगे या सेब की पेमेंट नहीं देंगे. जिससे वो सरेआम नहीं बोल सकते, क्योंकि उनकी पहचान सार्वजनिक हो जाएगी. हमारी टीम को देखकर भी कुछ एक व्यापारियों ने बोली बंद कर दी तो कुछ धमकाने पर भी आ गए, कि गत्ते के नीचे दिखाई गई बोली को मत दिखाना. हालांकि गत्ते के नीचे सेब बेचने को लेकर कुछ व्यापारियों का कहना है कि मंडी में सेब कम आ रहा है और खुले में बोली लगाने से सेब के दामों की बोली कम लग रही है. जबकि गत्ते के नीचे लगी बोली से बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं.

Parala fruit market Shimla
फोटो.

क्या बोले पराला फल मंडी के प्रधान: सेब के दामों में गिरावट और अधिक वजन वाला सेब लाने को लेकर पराला फल मंडी के प्रधान हरीश ठाकुर का कहना है कि सेब बहुत ज्यादा आ रहा है. जिस कारण मांग और सप्लाई में बहुत ज्यादा अंतर हो गया है. जिससे दाम कम हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मंडी में सेब जैसा भी भरकर लाया जा रहा है, उन्हें बेचना पड़ता है. साथ उन्होंने कहा कि इस ओर कुछ लोग इस पर राजनीतिक रोटियां सेकने की कोशिश कर रहे हैं. जिनका कोई राजनीतिक अस्तित्व नहीं है.

Parala fruit market Shimla
पराला फल मंडी

गत्ते के नीचे बागवानों मिलते हैं बढ़िया दाम: पराला फल मंडी के प्रधान हरीश ठाकुर ने कहा कि बागवानों को गुमराह किया जा रहा है, जबकि ज्यादा वजन का सेब लाने से बागवानों का ही फायदा हो रहा है. वहीं, मंडी में गत्ते के नीचे बोली लगाने को लेकर उन्होंने कहा कि वे अपना सेब बोली लगाकर ही बेचते हैं और अगर मंडी में कोई गत्ते के नीचे बोली लगा रहा है तो उसे चेतावनी दी जाएगी कि ऐसा न करें. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि गत्ते के नीचे बागवानों को अच्छे दाम मिलते हैं, जबकि खुली बोली में रेट ज्यादा नहीं लग पाता.

APMC कर्मचारियों ने कही कार्रवाई की बात: वहीं, इस बात से अनजान एपीएमसी के कर्मचारियों का कहना है कि जैसे ही उन्हें कोई शिकायत मिलती है वैसे ही सख्त कारवाई अमल में लाई जाती है. उन्होंने कहा कि जो भी मंडी में नियमों की अनदेखी करेगा उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

ये भी पढ़ें: सोलन में फिर कुल्लू से आई अनार की पेटियों में मिली नोटों की कतरन, नासिक और दिल्ली की पेटियों में नहीं

ठियोग: हिमाचल प्रदेश में सेब का सीजन इन दिनों जोरों पर है और सेब के दामों में भारी गिरावट भी (Apple Price in Himachal) दर्ज की जा रही है. इन दिनों सेब के दाम प्रति पेटी ₹600 तक गिर गए हैं, जिससे बागवानों में निराशा देखी जा रही है. ईटीवी भारत ने जिला शिमला के तहत सबसे बड़ी फल मंडी, पराला फल मंडी (Parala fruit market) का दौरा किया. यहां देखा गया कि फल मंडी में सेब की आवक अब बहुत कम हो गई है और नियमों व कानूनों को ठेंगा दिखाकर सेब बेचा जा रहा है, जिस पर किसी की नजर नहीं है.

गत्ते और रुमाल के नीचे लग रही सेब की बोली: वहीं, मंडी में सेब कम आने से भीड़ भी कम है और सेब की पैकिंग का जो नया ट्रेंड चला है उसको लेकर भी बागवानों की अलग-अलग राय है. कुछ बागवान इसे फायदा बता रहे हैं तो कुछ घाटे का सौदा. मंडी में 42 किलो की पेटी भरकर लाए बागवान का कहना है कि उनका खर्च कम आ रहा है. पराला फल मंडी में कई आढ़ती खुली बोली लगाकर सेब बेच रहे हैं. मंडी में अच्छा सेब 1700 तक बिक रहा है, जबकि न्यूनतम दाम 500 तक भी बागवानों को मिल रहा है. इसी बीच मंडी में सरेआम APMC नियमों की अनदेखी कर गत्ते और रुमाल के नीचे भी (Illegal sale of apples in Parala) बोली लग रही है. जिस पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है.

पराला फल मंडी

मीडिया द्वारा कवरेज करने पर धमकाने लगे व्यापारी: बागवान इसका विरोध तो कर रहे हैं, लेकिन मंडी में कोई भी बागवान खुलकर सामने नहीं आता. ETV BHARAT की टीम को जरूर लोगों ने अपनी समस्याएं बताईं. हालांकि ये भी देखा गया कि बागवान कैमरे के सामने इसलिए भी नहीं आते की व्यापारी उनसे नाराज हो जाएंगे और उनका सेब कम बेचेंगे या सेब की पेमेंट नहीं देंगे. जिससे वो सरेआम नहीं बोल सकते, क्योंकि उनकी पहचान सार्वजनिक हो जाएगी. हमारी टीम को देखकर भी कुछ एक व्यापारियों ने बोली बंद कर दी तो कुछ धमकाने पर भी आ गए, कि गत्ते के नीचे दिखाई गई बोली को मत दिखाना. हालांकि गत्ते के नीचे सेब बेचने को लेकर कुछ व्यापारियों का कहना है कि मंडी में सेब कम आ रहा है और खुले में बोली लगाने से सेब के दामों की बोली कम लग रही है. जबकि गत्ते के नीचे लगी बोली से बागवानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं.

Parala fruit market Shimla
फोटो.

क्या बोले पराला फल मंडी के प्रधान: सेब के दामों में गिरावट और अधिक वजन वाला सेब लाने को लेकर पराला फल मंडी के प्रधान हरीश ठाकुर का कहना है कि सेब बहुत ज्यादा आ रहा है. जिस कारण मांग और सप्लाई में बहुत ज्यादा अंतर हो गया है. जिससे दाम कम हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मंडी में सेब जैसा भी भरकर लाया जा रहा है, उन्हें बेचना पड़ता है. साथ उन्होंने कहा कि इस ओर कुछ लोग इस पर राजनीतिक रोटियां सेकने की कोशिश कर रहे हैं. जिनका कोई राजनीतिक अस्तित्व नहीं है.

Parala fruit market Shimla
पराला फल मंडी

गत्ते के नीचे बागवानों मिलते हैं बढ़िया दाम: पराला फल मंडी के प्रधान हरीश ठाकुर ने कहा कि बागवानों को गुमराह किया जा रहा है, जबकि ज्यादा वजन का सेब लाने से बागवानों का ही फायदा हो रहा है. वहीं, मंडी में गत्ते के नीचे बोली लगाने को लेकर उन्होंने कहा कि वे अपना सेब बोली लगाकर ही बेचते हैं और अगर मंडी में कोई गत्ते के नीचे बोली लगा रहा है तो उसे चेतावनी दी जाएगी कि ऐसा न करें. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि गत्ते के नीचे बागवानों को अच्छे दाम मिलते हैं, जबकि खुली बोली में रेट ज्यादा नहीं लग पाता.

APMC कर्मचारियों ने कही कार्रवाई की बात: वहीं, इस बात से अनजान एपीएमसी के कर्मचारियों का कहना है कि जैसे ही उन्हें कोई शिकायत मिलती है वैसे ही सख्त कारवाई अमल में लाई जाती है. उन्होंने कहा कि जो भी मंडी में नियमों की अनदेखी करेगा उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

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