शिमलाः प्रदेश में 1 फरवरी से 5वीं, 8वीं और 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं. छात्रों के लिए जब स्कूल खुल रहे हैं तो इनकी परीक्षाएं भी स्कूलों में ही होंगी, लेकिन छोटी कक्षाओं के बच्चों की परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से घर बैठे कर करवाई जाएंगी. शिक्षा विभाग ने तय कर लिया है कि पहली से चौथी कक्षा के साथ ही छठी और सातवीं कक्षा के छात्रों की वार्षिक परीक्षाएं ऑनलाइन ही करवाई जाएंगी.
इन्हीं परीक्षाओं के आधार पर छात्रों को अगली कक्षाओं में प्रमोट कर दिया जाएगा. प्रदेश में राइट टू एजुकेशन एक्ट के तहत इन कक्षाओं के बच्चों को फेल नहीं किया जाता है. इंटरनल असेसमेंट के आधार इन्हें अगली कक्षाओं में प्रमोट किया जाता है, लेकिन विभाग ने यह तय किया है कि बच्चों को परीक्षाएं तो देनी ही होगी.
फाइनल परीक्षाओं को ऑनलाइन करवाने की तैयारी
प्रदेश में छोटी कक्षाओं के बच्चों के लिए कोविड-19 की वजह से स्कूल नहीं खोले जा रहे थे. तो अब इन छात्रों की फाइनल परीक्षाओं को ऑनलाइन करवाने की तैयारी विभाग की ओर से की गई हैं. मार्च महीने में इन कक्षाओं की ऑनलाइन परीक्षाएं करवाई जा सकती है.
इससे पहले भी विभाग की ओर से अभी तक छात्रों की फर्स्ट टर्म और सेकंड टर्म की परीक्षाएं भी ऑनलाइन ही करवाई थी. ऐसे में अब जब इन छात्रों की रेगुलर कक्षाएं स्कूलों में नहीं लग रही हैं तो इन्हें अपनी फाइनल परीक्षाएं भी ऑनलाइन ही देनी होगी.
समस्याओं के समाधान के लिए खोले जा रहे स्कूल
वहीं, शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने बताया कि जिन कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जा रहे हैं, उनकी परीक्षाएं स्कूलों में ही होंगी, लेकिन जिन कक्षाओं के लिए स्कूल नहीं खोले जा रहे है. उनकी परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से ही करवाई जाएंगी.
विभाग की ओर से इससे पहले भी पहली कक्षा से लेकर 12 वीं कक्षा तक के बच्चों की परीक्षाएं ऑनलाइन ही करवाई थी. इसमें कुछ एक दिक्कतें भी छात्रों को आई थी, लेकिन अब इन्ही समस्याओं के समाधान के लिए स्कूल खोले जा रहे है.