शिमलाः हिमाचल में एक तरफ जहां हर रोज कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, हिमाचल सरकार द्वारा संक्रमण के चलते प्रदेश के होटलों को केविड-19 के लिए क्वारंटाइन डेस्टिनेशन व होटलों को इसके सेंटर बनाने पर विचार किया जा रहा है. कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि प्रदेश को देश के कोरोना प्रभावित लोगों को क्वारंटाइन सेंटर के तौर पर प्रस्तुत करना एक गलत ही नहीं बल्कि प्रदेश के लिए खतरनाक निर्णय साबित हो सकता है.
कुलदीप राठौर ने मुख्यमंत्री के इस प्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि कांग्रेस को सरकार का यह फैसला किसी भी स्तर पर मंजूर नहीं होगा. उन्होंने कहा कि यह फैसला प्रदेश में महामारी के लिए खुला न्यौता होगा. कोरोना को लेकर हिमाचल की स्थिति सरकार से अभी ही नहीं संभल रही है, तो ऐसा करने के बाद परिणाम बहुत बुरे होंगे.
कुलदीप राठौर ने कहा क्वारंटाइन डेस्टिनेशन से तो पूरे प्रदेश में ही इस माहमारी का भयंकर खतरा उत्पन्न हो जाएगा, जो संभले नही संभल पायेगा. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले चिन्ता का विषय है. ऐसे में मुख्यमंत्री का प्रदेश में टूरिज्म और होटल की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केविड-19 से प्रभावित लोगों को क्वारंटाइन डेस्टिनेशन के तौर पर प्रस्तुत करना एक बड़ा जनविरोधी फैसला होगा.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने इस बारे होटेलियर्स से भी चर्चा कर उनका मत जाना है. उनका कहना है कि वह न तो अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा से खेल सकते हैं और न ही अपने कर्मचारियों और प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य से.
उनका साफ कहना है कि इस प्रकार का कोई भी फैसला उन्हें किसी भी स्तर पर मंजूर नहीं होगा. उनका कहना है कि आखिर देश-प्रदेश कोरोना से लड़ रहा है, ऐसे में कोरोना संक्रमित लोगों को वे अपने प्रदेश व होटलों में कैसे ठहरा सकतें हैं.
कुलदीप राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सलाह दी है कि उन्हें प्रदेश की समस्याओं पर मंथन कर उसकी व्यवहारिकता पर सोच-समझ कर ही फैसला लेना चाहिए. प्रदेश के लोगों को राहत देने के लिए केंद्र से विशेष आर्थिक मदद की मांग करनी चाहिए न कि प्रदेश को क्वारंटाइन डेस्टिनेशन बनाने की.
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