शिमला: पंजाब में प्रधानमंत्री के सुरक्षा में चूक को लेकर भाजपा पंजाब कांग्रेस (PM Modi convoy stopped in Punjab) पर निशाना साध रही है, तो वहीं कांग्रेस ने इस घटनाक्रम को राजनीति से प्रेरित करार दिया है. वहीं, हिमाचल के कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया (Vikramaditya On PM Punjab Rally) है और पंजाब सरकार से इस घटनाक्रम की जांच करवाने और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की (PM Modi Rally in Punjab) है.
विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि 'पंजाब सरकार पर टिप्पणी करना हमारे कार्य अधिकार से अलग है, लेकिन पिछले कल जो घटनाक्रम वहां पर हुआ है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण (Himachal Congress on PM Rally) है. देश के प्रधानमंत्री चाहे किसी भी राजनैतिक दल से क्यों न हों, उनकी सुरक्षा में इस तरीके का लैप्स हैरान करने वाला है. जिसकी पंजाब सरकार को तुरंत जांच करवानी चाहिए और जिन अधिकारियों की ओर से इसमें कमी पाई गई है उनपर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. एसपीजी प्रधानमंत्री के अंदर के सुरक्षा घेरे का ख्याल रखता है और जिस भी राज्य या देश में वह जाते हैं बाहर का सुरक्षा घेरा उस राज्य और देश की सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किया (PM modi punjab rally cancelled) जाता है.
विक्रमादित्य (Vikramaditya Singh on PM Modi) ने कहा कि जो तर्क दिया गया है कि प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर से सभा स्थल तक पहुंचने का कार्यक्रम था. इसलिए यातायात का इंतजाम पूर्ण रूप से नहीं किया गया था, ठीक नहीं है, क्योंकि हम जानते हैं जब इस स्तर के VVIP कार्यक्रम होते हैं, तो ऑल्टरनेट रूट भी तैयार किए जाते हैं, ताकि किसी भी परिस्थिति में उन्हें वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जा सके. विधायक ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्य होने के चलते प्रशासन को इस चीज की ओर विशेष ध्यान रखना चाहिए था, ताकि राजनैतिक दृष्टि से कोई भी कांग्रेस पर उंगली न उठा सके. उन्होंने कहा कि अब चूक हुई है तो कार्रवाई भी निश्चित तौर से होनी चाहिए.'
आपको बता दें कि बुधवार को पीएम मोदी (PM Modi) के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई चूक (PM security breach) को लेकर पंजाब पुलिस और पंजाब सरकार की किरकिरी हो रही है. गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले में पंजाब सरकार से रिपोर्ट भी मांगी है. आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस मामले पर सियासत भी जमकर हो रही है. कांग्रेस और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इसी बीच गृह मंत्रालय के एक अधिकारी की मानें तो इस पूरे मामले में पंजाब पुलिस सवालों के कटघरे में है.
एएनआई न्यूज एजेंसी ने गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से बताया है कि प्रदर्शनकारियों के बारे में खुफिया जानकारी (punjab police didn't follow intelligence inputs) होने के बावजूद, पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने 'ब्लू बुक' नियमों (punjab police ignored blue book rules) का पालन नहीं किया और प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए एक आकस्मिक मार्ग (contingency route) तैयार नहीं किया गया.
गौरतलब है कि विशेष सुरक्षा समूह यानी SPG की ब्लू बुक (Blue Book) में प्रधानमंत्री की सुरक्षा (PM Modi Security) को लेकर दिशा-निर्देश या गाइडलाइंस होती हैं. गृह मंत्रालय के अधिकारी के कहा कि "ब्लू बुक के अनुसार, राज्य पुलिस को किसी भी विपरीत परिस्थित में Protectee (सुरक्षा पाने वाले) के लिए आकस्मिक मार्ग तैयार करना होगा. ऐसी ही स्थिति बुधवार को पीएम के पंजाब दौरे के दौरान (PM Modi Security Lapse) थी."
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