शिमला: राजधानी शिमला में दिवाली पर्व को लेकर बाजारों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है. लोग सुबह से ही विभिन्न उप नगरों के बाजारों में खरीदारी करते रहे. सबसे ज्यादा भीड़ मिठाई की दुकानों, कपड़े की दुकानों और बर्तन की दुकानों में देखने को मिली.
लोअर बाजार में लोगों ने जमकर खरीदारी की. वहीं, इस दौरान कोरोना नियमों की भी जमकर धज्जियां उड़ती नजर आई. बाजारों में भीड़ देखते हुए पुलिस बल भी तैनात किए गए हैं, लेकिन भीड़ के आगे पुलिस भी बेबस दिखी.
यह हाेगा लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त: मान्यता है कि लक्ष्मी पूजन का शुभ फल तभी मिलता है, जब पूजा सही मुहूर्त में हाे. इस बार दीपावली पर शुभ मुहूर्त शाम 6:10 से 8:06 बजे तक का रहेगा. इस दाैरान पूजा की कुल अवधि शाम 1 घंटा 55 मिनट रहेगी. लक्ष्मी की पूजा करने से पहले नए कपड़े के टुकड़े के बीच में मुट्ठी भर अनाज रखा जाता है. कपड़े को किसी चौकी या पाटे पर बिछाना चाहिए. आधा कलश जल से भरें, जिसमें गंगाजल मिला लें. इसके साथ ही सुपारी, फूल, एक सिक्का और कुछ चावल के दाने और अनाज भी इस पर रखें.
कुछ लोग कलश में आम के पत्ते भी रखते हैं. इसके साथ ही इस मंत्र का जाप करें-ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥ इसके बाद एक प्लेट में लक्ष्मी जी की प्रतिमा का पंचामृत (दूध, दही, घी, मक्खन और शहद का मिश्रण) से स्नान कराएं. इसके बाद देवी चंदन लगाएं, इत्र, सिंदूर, हल्दी, गुलाल आदि अर्पित करें. परिवार के सदस्य अपने हाथ जोड़कर सफलता, समृद्धि, खुशी और कल्याण की कामना करें.
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दाे घंटे जला सकेंगे आज पटाखे: दीपावली पर्व पर पटाखे जलाने का समय इस बार दो घंटे तय किया गया है. डीसी ने आदेश जारी किए हैं कि शाम 8 से 10 बजे तक निर्धारित किया गया है. पटाखे चलाने के लिए काेई खुला मैदान चुने ताकि पटाखे किसी काे नुकसान ना पहुंचा सके. वहींं, बच्चाें काे दिवाली के दाैरान खास ख्याल रखें क्याेंकि बच्चे पटाखे चलाते समय अक्सर अपने हाथ जला लेते हैं.
वहीं, पटाखे जलाते समय यह भी ध्यान रखें की आप कपड़े खुले पहनें और सिल्क के कपड़े न पहने. क्याेंकि टाइट कपड़ाें और सिल्क के कपड़ाें में आग लगने का खतरा ज्यादा रहता है. यदि गलती से पटाखाें से काेई जल जाए ताे तुरंत जले हु़ए भाग काे ठंडे पानी में डालें. यदि ज्यादा जल जाए ताे तुरंत अस्पताल में इसकी जांच करवाएं.
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