शिमला: सिरमौर जिले के गिरी पार को जनजातीय दर्जा दिलानें की कवायद लगभग मंजिल तक पहुंच गई है. हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिलाने को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सिरमौर के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाद मुलाकात की थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने साफ किया था (cm jairam thakur on haati community) कि हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा दिलाने के बीच अब कोई भी अड़चन नहीं है. जिसके बाद सिरमौर विकास मंच ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार का आभार जताया है.
शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान सिरमौर विकास मंच (siramur vikas manch) और हाटी विकास मंच (haati vikas manch) के पदाधिकारियों ने करीब 6 दशक से चली आ रही इस मांग को मंजिल तक पहुंचाने के लिए सीएम जयराम ठाकुर और गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया. सिरमौर विकास मंच ने कहा कि ये एक आंदोलन की जीत है जो कई दशकों तक चला और इसमें स्थानीय हाटी समुदाय (haati community) के लोगों, युवाओं, विधायकों, सांसदों से लेकर सरकार के तमाम नुमाइंदों की भागीदारी रही है. इसके लिए उन्होंने इस आंदोलन औऱ इस मांग को पूरा करने के लिए कोशिश करने वालों का आभार जताया है.
सिरमौर विकास मंच ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सकारात्मक भूमिका रही है और जो रिपोर्ट उनकी बार-बार रिजेक्ट की जाती है, जो भी कमियां रिपोर्ट में थी उन्हें पूरी तरह से दूर कर दिया है और अब जल्द ही दशकों पुरानी उनकी मांग पूरी होगी. उन्होंने उम्मीद जताई है कि चुनाव से पहले गिरी पार क्षेत्र और हाटी समुदाय को जनजातीय का दर्जा मिल जाएगा. इसके लिए उन्होंने विशेष रूप से पीएम मोदी, सीएम जयराम ठाकुर, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप का धन्यवाद किया है.
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