रामपुर: किन्नौर जिला में भारत-तिब्बत सीमा के साथ डोगरी नाले में हिमखंड में दबने से शहीद हुए जवान विदेश कुमार को आज नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई.
राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान शहीद विदेश की पत्नी ने लाल जोड़ा पहन कर विदेश को अंतिम विदाई दी.
विदेश का सात साल पहले विवाह हुआ था, लेकिन अभी तक उनकी कोई संतान नहीं है. दादा केशू राम (90) अपने पोते के शहीद होने की खबर से सदमे में हैं. शहीद विदेश को उनके बड़े भाई के बेटे ने मुखाग्नि दी.
शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे थे. इस दौरान विदेश को पुह से आए बिग्रेडियर 136 एलएस लीदर ने भी पुष्पंजलि अर्पीत की. इसके अलावा नेताओं व प्रशासनिक अधकारियों ने भी पुष्पांजलि अर्पित की. इनके अलावा कुल्लू के एडीएम, तहसील आनी से एसडीएम, विधायक किशोरी लाल भी मौजूद रहे.
बीते 23 दिनों से विदेश के पिता आईपीएच विभाग से सेवानिवृत्त ईश्वर दास और माता पुष्पा देवी अपने बेटे की सही सलामत लौटने की उम्मीद लगाए हुए थे. लेकिन उनके बेटे की शहीद होने की सूचना मिलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
बता दें कि 20 फरवरी को पुह उपमंडल में नमज्ञा नाम स्थान पर सेना के छह जवानों के साथ विदेश ग्लेशियर की चपेट में आ गए थे.