शिमला: राजधानी में अब पर्यटकों को साल के 365 दिन कोई ना कोई शो देखने को मिलेंगे. न्यूयॉर्क के बोर्डवे शोज के तरह ही एक पहल पर्यटक नगरी शिमला में की जा रही है, जहां हिमाचली लोकगाथाओं पर आधारित शो पर्यटकों को दिखाएं जाएंगे.
बता दें कि ये पहल प्रदेश भाषा, कला व संस्कृति विभाग की ओर से की जा रही है. भाषा,कला एवं संस्कृति विभाग की सचिव पूर्णिमा चौहान से निदेशक इम्तियाज अली से मुलाकात की थी, तभी उन्होंने हिमाचली फोकलोर पर आधारित गतिविधियों को शिमला में शुरू करने का आइडिया दिया था. जिसके बाद सरकार इस नई पहल को जल्द ही शुरू करने की योजना तैयार कर रही है.
हिमाचल की संस्कृति और यहां की लोकगाथाएं लोगों को पहले से ही आकर्षित करती हैं. इसी को देखते हुए विभाग भी इन्हीं लोकगाथाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे शिमला में आने वाले पर्यटकों को हिमाचल की संस्कृति से रूबरू कराया जा सके. विभाग अलग-अलग क्षेत्रों से लोकगाथाएं निकाल कर इन्हें फिल्म निर्माता इम्तियाज अली के सहयोग से थियेटर या फिल्म के रूप में पर्यटक के समक्ष प्रस्तुत करेगा. ऐसे में पर्यटकों का मनोरंजन तो होगा ही, साथ ही हिमाचल के अनछुए पहलुओं के बारे में भी जानकारी मिलेगी.
विभाग की इस पहल का सबसे अधिक लाभ शिमला और हिमाचल के उन युवा कलाकारों को भी मिलेगा, जो काम की तलाश में भटक रहे हैं. ऐसे में पर्यटकों के मनोरंजन के साथ ही प्रदेश के युवा कलाकारों जो अभिनय के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते है, उनके लिए भी ये पहल कारगर सिद्ध होगी.
भाषा, कला व संस्कृति विभाग की सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान ने बताया कि पहाड़ की कहानियों को आम जनता के बीच ले जाने की पहल का विचार लेकर फिल्म निर्माता इम्तियाज अली ने उनसे मुलाकात की थी. उन्होंने बताया कि उन्ही के साथ मिलकर सरकार और विभाग इस योजना पर काम करेंगे, जिसके तहत हिमाचल की लोकगाथाओं फोकलोर जो कि काफी रोचक है उन्हें थिएटर या फिल्म की फॉर्म में तैयार कर उनकी प्रस्तुतियां करवाई जाएंगी.
संस्कृति विभाग की सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान ने बताया कि 100 कहानियां 100 दिन के लिए तैयार की जाएंगी और फिर उन्हीं को रिपीट कर उनके शो साल भर यहां शिमला में चलाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि न्यूयॉर्क के बोर्डवे शो की तरह ही शिमला आने वाले पर्यटकों को भी यहां कुछ ना कुछ गतिविधि देखने को मिलेगी.