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6794 मीटर ऊंची ग्या चोटी फतह कर लौटे 28 सदस्यीय पर्वतारोही दल, राजभवन में हुआ फ्लैग-इन

6794 मीटर ऊंची ग्या चोटी फतह कर लौटे 28 सदस्यीय पर्वतारोही दल के लिए राजभवन में फ्लैग-इन कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने कहा इस प्रकार के अभियान विशेष परिस्थितियों का सामना करने की क्षमता बढ़ाते हैं.

Flag-in of mountaineering team
पर्वतारोही दल का राजभवन में हुआ फ्लैग-इन.
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Published : Sep 6, 2021, 7:33 PM IST

शिमला: आईटीबीपी के सेक्टर मुख्यालय शिमला (ITBP Sector Headquarters Shimla) के पर्वतारोहण अभियान का फ्लैग-इन कार्यक्रम राजभवन में आयोजित किया गया. इस मौके पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने कहा कि इस तरह के अभियान न केवल सैनिकों में नेतृत्व, जुड़ाव, अनुशासन और आत्मविश्वास का विकास करते हैं बल्कि अनिश्चित और महत्वपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने की क्षमता भी बढ़ाते हैं.

राज्यपाल ने कहा कि पर्वतारोहण अभियान पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करते हैं. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में किए गए विभिन्न राहत और बचाव कार्यों और भारत-तिब्बत सीमाओं की अखंडता की रक्षा के लिए आईटीबीपी की सराहना की. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान कठिन और दुर्गम परिस्थितियों में उत्कृष्ट सेवाएं दे रहे हैं और हम सभी को उन पर गर्व है. राज्यपाल ने कहा कि आईटीबीपी का एक गौरवशाली अतीत है, जिसे युवा पीढ़ी को जानना चाहिए.

बता दें कि एक 28 सदस्यीय दल 6794 मीटर ऊंची ग्या चोटी पर पहुंचने में सफल रहा. इस चोटी को चढ़ने की दृष्टि से सबसे कठिन और तकनीकी चोटियों में से एक माना जाता है. इस दल को 24 जुलाई 2021 को आईटीबीपी के क्षेत्रीय मुख्यालय शिमला के डीआईजी प्रेम सिंह (Shimla DIG Prem Singh) ने झंडी दिखाकर रवाना किया था. यह दल 24 जुलाई, 2021 को चुमार के लिए रवाना हुआ और कठिन और दुर्गम मार्ग के बाद 12 अगस्त, 2021 को इस दल ने शिखर को फतह किया.

दल के नौ सदस्यों ने उप-कमांडर कुलदीप सिंह और सहायक कमांडर अनमोल श्रीवास के नेतृत्व में चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की. दल में वयोवृद्ध सदस्य जिला किन्नौर के सीमावर्ती गांव छितकुल के हेड कॉन्स्टेबल प्रदीप नेगी थे, जिन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (world highest peak Mount Everest) को भी सफलतापूर्वक दो बार फतह किया है.

राज्यपाल ने कहा कि इस तरह के अभियान उत्साहवर्धक होती हैं और युवाओं को भी प्रेरित करती हैं. महामारी के बावजूद इस तरह के अभियान का आयोजन समाज और पूरे देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है. इस मौके पर डीआईजी प्रेम सिंह ने राज्यपाल का स्वागत और आईटीबीपी की गतिविधियों का विवरण दिया. उन्होंने बताया कि आईटीबीपी की साहसिक खेलों जैसे राॅक क्लाइंबिंग, पर्वतारोहण, स्कीइंग, रिवर-राफ्टिंग, माउंटेन बाइकिंग और पैराग्लाइडिंग आदि में विशेषज्ञता है और यह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी करता है. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी कर्मियों ने विभिन्न अवसरों पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेकर और जीतकर देश को गौरवान्वित किया है.

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ये भी पढ़ें: आईजीएमसी में सरबजीत सिंह बॉबी लंगर विवाद, एमएस डॉ जनक राज ने की मजिस्ट्रेट जांच की मांग

शिमला: आईटीबीपी के सेक्टर मुख्यालय शिमला (ITBP Sector Headquarters Shimla) के पर्वतारोहण अभियान का फ्लैग-इन कार्यक्रम राजभवन में आयोजित किया गया. इस मौके पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने कहा कि इस तरह के अभियान न केवल सैनिकों में नेतृत्व, जुड़ाव, अनुशासन और आत्मविश्वास का विकास करते हैं बल्कि अनिश्चित और महत्वपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने की क्षमता भी बढ़ाते हैं.

राज्यपाल ने कहा कि पर्वतारोहण अभियान पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करते हैं. उन्होंने हिमाचल प्रदेश में किए गए विभिन्न राहत और बचाव कार्यों और भारत-तिब्बत सीमाओं की अखंडता की रक्षा के लिए आईटीबीपी की सराहना की. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के जवान कठिन और दुर्गम परिस्थितियों में उत्कृष्ट सेवाएं दे रहे हैं और हम सभी को उन पर गर्व है. राज्यपाल ने कहा कि आईटीबीपी का एक गौरवशाली अतीत है, जिसे युवा पीढ़ी को जानना चाहिए.

बता दें कि एक 28 सदस्यीय दल 6794 मीटर ऊंची ग्या चोटी पर पहुंचने में सफल रहा. इस चोटी को चढ़ने की दृष्टि से सबसे कठिन और तकनीकी चोटियों में से एक माना जाता है. इस दल को 24 जुलाई 2021 को आईटीबीपी के क्षेत्रीय मुख्यालय शिमला के डीआईजी प्रेम सिंह (Shimla DIG Prem Singh) ने झंडी दिखाकर रवाना किया था. यह दल 24 जुलाई, 2021 को चुमार के लिए रवाना हुआ और कठिन और दुर्गम मार्ग के बाद 12 अगस्त, 2021 को इस दल ने शिखर को फतह किया.

दल के नौ सदस्यों ने उप-कमांडर कुलदीप सिंह और सहायक कमांडर अनमोल श्रीवास के नेतृत्व में चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की. दल में वयोवृद्ध सदस्य जिला किन्नौर के सीमावर्ती गांव छितकुल के हेड कॉन्स्टेबल प्रदीप नेगी थे, जिन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (world highest peak Mount Everest) को भी सफलतापूर्वक दो बार फतह किया है.

राज्यपाल ने कहा कि इस तरह के अभियान उत्साहवर्धक होती हैं और युवाओं को भी प्रेरित करती हैं. महामारी के बावजूद इस तरह के अभियान का आयोजन समाज और पूरे देश के लिए एक सकारात्मक संदेश है. इस मौके पर डीआईजी प्रेम सिंह ने राज्यपाल का स्वागत और आईटीबीपी की गतिविधियों का विवरण दिया. उन्होंने बताया कि आईटीबीपी की साहसिक खेलों जैसे राॅक क्लाइंबिंग, पर्वतारोहण, स्कीइंग, रिवर-राफ्टिंग, माउंटेन बाइकिंग और पैराग्लाइडिंग आदि में विशेषज्ञता है और यह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी करता है. उन्होंने कहा कि आईटीबीपी कर्मियों ने विभिन्न अवसरों पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में भाग लेकर और जीतकर देश को गौरवान्वित किया है.

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