किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर(tribal district kinnaur) के रिकांगपिओ में पांच दिवसीय राज्य स्तरीय क्राफ्ट मेले(state level craft fair) का आयोजन किया गया. मेले में जनजातीय समुदाय(tribal community) के लोगों ने प्रदर्शनी लगाई. हालांकि मेले के दौरान सही से कारोबार नहीं होने के कारण व्यापारियों में नाराजगी है.
कांनम गांव के निवासी नव नेगी ने कहा कि राज्यस्तरीय क्राफ्ट मेला(state level craft fair) पूरी तरह फीका नजर आ रहा है. पिछले चार दिनों में उनका किसी भी प्रकार से अच्छा व्यापार(business) नहीं हुआ है. प्रशासन की ओर से क्राफ्ट मेले का आयोजन(craft fair organized) नवंबर माह में करवाया गया है. जिला में लोग पारम्परिक चीजों को शादियों के सीजन(wedding season) में खरीदते हैं. अब शादी का सीजन खत्म(wedding season end) हो चुका है और शादी के सीजन खत्म होने के बाद मेले का आयोजन किया गया है. जिसके चलते इस मेले में लोग खरीददारी नहीं कर रहे हैं.
मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों(cultural events) का भी आयोजन कुछ तय सीमा तक रखा गया है. जिसमें लोग बहुत कम आ रहे हैं और मेला लगभग फीका दिख रहा है. उन्होंने कहा कि यदि इस मेले का आयोजन योजनाबद्ध तरीके से होता तो शायद यह सफल होता और व्यापार भी अच्छा होता.
स्थानीय महिला नीमा नेगी(neema negi) ने कहा कि पहले जिला में हर वर्ष किन्नौर महोत्सव(kinnaur festival) का आयोजन होता था, लेकिन इस बार क्राफ्ट मेले का आयोजन(craft fair organized) रिकांगपिओ में किया गया. लोग ठंड के चलते मेले में शिरकत नहीं कर रहे हैं. मेले में केवल कुछ जनजातीय क्षेत्र(tribal area) के लोग व्यापार व अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए आए हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजनों की समय अवधि भी कम रखी गयी है. लोग इस मेले में खरीददारी भी नहीं कर रहे हैं.
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