डेस्क रिपोर्ट: दिवाली के दिन आप और हम अपने परिवार के साथ त्योहार का खूब आनंद लेते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप ही के आसपास कई ऐसे लोग भी हैं जो त्योहार मना ही नहीं पाते. उनके लिए ईटीवी भारत ने एक खास कविता पेश की है.
लोकल फॉर वोकल के लिए ईटीवी भारत ने भी एक कविता दर्शकों के लिए पेश की है....
इस बार कुछ खास करते हैं, चलो इस बार कुछ खास करते हैं, माटी से बने इन दीयों से इस बार दिवाली की शुरुआत करते हैं.
जिन्होंने खुशियों के दीये जलाए हर घर में, चलो इस बार उनकी दिवाली खास करते हैं. चलो इस बार कुछ खास करते हैं,
माटी से बने इन दीयों से दिवाली की शुरुआत करते हैं. दिन भर सड़क किनारें बैठे वो इंतजार करते हैं, काश इस बार दिवाली पर भूखे पेट न सोये ये आस करते हैं...
....चल इस बार कुछ खास करते हैं... माटी से बने इन दीयों से दिवाली की शुरुआत करते हैं. चल इस बार कुछ खास करते हैं...
सभी प्रदेशवासियों को ईटीवी भारत की ओर से दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.....