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मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने EVM और VVPAT की सुरक्षा के आदेश, अपराधियों पर भी कार्रवाई के निर्देश

भारत के निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा ईवीएम तथा वीवीपीएटी की पहली रैंडेमाईजेशन 28 मार्च, 2019 को की जाएगी. इसके उपरान्त सभी सहायक रिटर्निंग अधिकारी ईवीएम और वीवीपीएटी का स्थानांतरण और जमा करने के प्रबन्ध करेंगे.

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Published : Mar 25, 2019, 11:45 PM IST

Updated : Mar 26, 2019, 12:45 AM IST

शिमला: मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों के अलावा पुलिस, आबकारी तथा आयकर विभाग में नियुक्त नोडल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए. उन्होंने इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वैरिफाईएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) की सुरक्षा से सम्बन्धित आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी करते हुए कहा कि इन्हें स्ट्रॉंग रूम में रखा जाएगा, जिनमें सुरक्षा, सिंगल प्रवेश द्वार, अग्निशमन यंत्र तथा सीसीटीवी कैमरा की सुविधा होगी.

भारत के निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा ईवीएम तथा वीवीपीएटी की पहली रैंडेमाईजेशन 28 मार्च, 2019 को की जाएगी. इसके उपरान्त सभी सहायक रिटर्निंग अधिकारी ईवीएम और वीवीपीएटी का स्थानांतरण और जमा करने के प्रबन्ध करेंगे. भारत के निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार, ईवीएम तथा वीवीपीएटी को चार श्रेणियों में बांटा जाएगा जिनमें पोल्ड ईवीएम व वीवीपीएटी, डिफैक्टिव पोल्ड ईवीएम व वीवीपीएटी, डिफैक्टिव अनपोल्ड ईवीएम व वीवीएपीएटी और अनपोल्ड ईवीएम व वीवीएपीएटी शामिल हैं. पहली दो श्रेणियों को उचित प्रोटोकोल की पालना करने के उपरान्त स्ट्रॉन्ग रूम में अलग से जमा किया जाएगा और शेष दो श्रेणियों को पहली दो श्रेणियों के स्ट्रॉन्ग रूम से दूर रखा जाएगा.

सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को आरक्षित ईवीएम और वीवीपीएटी की सभी गतिविधियों की सक्रिय निगरानी और अनुश्रवण के निर्देश जारी किए गए हैं प्रदेश के सभी जिलों को सभी मतदान केन्द्रों में ईवीएम तथा वीवीपीएटी की स्वयं जांच कर शत-प्रतिशत निरीक्षण प्रमाण-पत्र जमा करने के निर्देश जारी किए गए हैं. पुलिस अधिकारियों और कार्यकारी मैजिस्ट्रेटों को पूर्व अपराधी, घोषित भगौड़े, अपराधी तथा असामाजिक तत्वों के खिलाफ तुरन्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए हैं.

शिमला: मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों के अलावा पुलिस, आबकारी तथा आयकर विभाग में नियुक्त नोडल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए. उन्होंने इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वैरिफाईएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) की सुरक्षा से सम्बन्धित आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी करते हुए कहा कि इन्हें स्ट्रॉंग रूम में रखा जाएगा, जिनमें सुरक्षा, सिंगल प्रवेश द्वार, अग्निशमन यंत्र तथा सीसीटीवी कैमरा की सुविधा होगी.

भारत के निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा ईवीएम तथा वीवीपीएटी की पहली रैंडेमाईजेशन 28 मार्च, 2019 को की जाएगी. इसके उपरान्त सभी सहायक रिटर्निंग अधिकारी ईवीएम और वीवीपीएटी का स्थानांतरण और जमा करने के प्रबन्ध करेंगे. भारत के निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार, ईवीएम तथा वीवीपीएटी को चार श्रेणियों में बांटा जाएगा जिनमें पोल्ड ईवीएम व वीवीपीएटी, डिफैक्टिव पोल्ड ईवीएम व वीवीपीएटी, डिफैक्टिव अनपोल्ड ईवीएम व वीवीएपीएटी और अनपोल्ड ईवीएम व वीवीएपीएटी शामिल हैं. पहली दो श्रेणियों को उचित प्रोटोकोल की पालना करने के उपरान्त स्ट्रॉन्ग रूम में अलग से जमा किया जाएगा और शेष दो श्रेणियों को पहली दो श्रेणियों के स्ट्रॉन्ग रूम से दूर रखा जाएगा.

सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को आरक्षित ईवीएम और वीवीपीएटी की सभी गतिविधियों की सक्रिय निगरानी और अनुश्रवण के निर्देश जारी किए गए हैं प्रदेश के सभी जिलों को सभी मतदान केन्द्रों में ईवीएम तथा वीवीपीएटी की स्वयं जांच कर शत-प्रतिशत निरीक्षण प्रमाण-पत्र जमा करने के निर्देश जारी किए गए हैं. पुलिस अधिकारियों और कार्यकारी मैजिस्ट्रेटों को पूर्व अपराधी, घोषित भगौड़े, अपराधी तथा असामाजिक तत्वों के खिलाफ तुरन्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए हैं.

अपडेट खबर 

समरहिल पौटरहिल्स ग्राउंड  में  खूनी संघर्ष 17 घायल 

वि.वि. के होस्टलों में पुलिस की रेड, रौडें और डंडे बरामद  

शिमला। 

राजधानी के पौटरहिल्स ग्राउंड समरहिल में एस.एफ.आई. और ए.बी.वी.पी. छात्रों केे बीच खूनी संघर्ष हुआ। जिसमें दोनों गुटों के 17 के करीब छात्रों को चोटें आई है। यह छात्र हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय में पढ़ाई करते है। छात्रों को घायल अवस्था में उपचार के लिए आई.जी.एम.सी. में भर्ती करवाया गया है। छात्रों ने दराट और खुखरियों से एक दूसरे पर प्रहार किया है। जिसके चलते तेजदार हथियार से कुछ छात्रों के सिर फटे है तो कईयों के  टांग और बाजू में चोटें आई है। घायल हुए छात्रों में ए.बी.वी.पी. के साहिल, मुनेष, पंकज भारती, अवनीष राणा, मनमोहन, रजत, विक्रांत, विशाल सहित एक अन्य छात्र शामिल है। वहीं एस.एफ.आई. के सौरव, जीवन, विक्रांत, रौकी सहित अन्य छात्र घायल हुए है।  यह लड़ाई रविवार को सुबह के समय हुई। लड़ाई का मुखय कारण यह रहा कि एक तरफ ए.बी.वी.पी. के छात्र पोटरहिल्ज ग्राउंड में संघ की शाखाएं लगाना चाह रहे थे तो दूसरी और एस.एफ.आई. के छात्र ग्राउंड में क्रिकेट खेल रहे थे। ऐसे में दोनों की आपस में कहासुनी हो गई, लेकिन कहासुनी लड़ाई में तबदील हो गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान दोनों गुटों में आऊटर साईडर भी थे। यह लड़ाई पहले तो पोटरहिल्ज ग्राउंड में हुई जहां पर छात्र पूरी तरह से घायल हुए। वहीं बाद में होस्टल के अंदर भी छात्रों के बीच हल्की झड़प हुई। पुलिस के मौके  पर पहुंचते ही मामले को शांत करवाया गया। पुलिस मामले को लेकर गंभीरता से  कार्रवाई कर रही है। हैरानी तो इस बात कि है कि एच.पी.यू. के छात्रों के पास रौड़े और खुखरी कहां से आई। इस बात को लेकर पुलिस भी हैरान है। पुलिस लड़ाई के हर एक पहलू को खंगाल रही है। दोनों गुटों के छात्रों ने एक दूसरे पर मारपीट करने के आरोप लगाए है। पुलिस ने मामले को लेकर क्रॉस एफ.आई.आर. दर्ज की है। पुलिस की मामले को लेकर कार्रवाई जारी है।

 

वि.वि. के होस्टलों में पुलिस की रेड, रौडें और डंडे बरामद

दोनों छात्र गुटों की लड़ाई के बाद पुलिस हरकत में आई और होस्टलों में रेड डाली। इस दौरान पुलिस को होस्टलों से रौडें और खुखरी बरामद हुई है। बताया जा रहा है कि छात्रों ने यह हथियार स्पेशल लड़ाई करने के लिए छुपाए थे। पुलिस ने छात्रों की चैकिंग भी की। यह हथियार किस छात्र गुट ने छुपाए थे इसका फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस इसका पता लगाने के लिए छात्रों से पूछताछ कर रही है। हद तो यह है कि छात्र को घर से एच.पी.यू. पढ़ाई करने के लिए भेजा गया है, लेकिन जिस प्रकार से छात्रों से होस्टल के अंदर से भी रौडें और खुखरियां बरामद हो रही है उसे तो यह स्पष्ट है कि छात्र पढ़ाई करने नहीं बल्कि लड़ाई करने आए है।  

दोनों गुटों  की आपसी लड़ाई का मामला पुलिस के ध्यान में आया है। दोनों गुटों के कुछ छात्रों को चोटें भी आई है। मामले को लेकर क्रास एफ.आई.आर. दर्ज की गई है। दोनों पक्षों में गंभीरता से जांच की जा रही है। होस्टल की चैकिंग भी की गई है। होस्टल से कुछ हथियार भी बरामद हुए है। मामले की छानबीन के दौरान जो छात्र  दोषी पाए जाएगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।

-प्रमोद शुक्ला, डी.एस.पी. शिमला।

  

Last Updated : Mar 26, 2019, 12:45 AM IST
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