शिमलाः राजधानी के समरहिल चौक पर होर्डिंग हटाने पर छात्र संगठन एसएफआई भड़क गया है. एसएफआई ने नगर निगम पर एक ही छात्र संगठन के होर्डिंग हटाने के आरोप लगाए हैं. डीवाईएफआई और एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को नगर निगम महापौर का घेराव किया और निगम प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की.
एसएफआई का आरोप है कि निगम के कर्मियों ने रात के दस बजे उनके होर्डिंग को तोड़ दिया है. जबकि उनके साथ ही अन्य होर्डिंग भी लगी हुई थी लेकिन उन्हें नहीं हटाया गया. उनका कहना है कि एक छात्र संगठन के दबाव में आ कर नगर निगम रात को इस तरह की कार्रवाई कर रहा है.
डीवाईएफआई के सचिव चंद्रकांत का कहना है कि समरहिल चौक पर भगत सिंह की प्रतिमा लगाने के मामले से ध्यान हटाने के लिए नगर निगम इस तरह की कार्रवाई कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि निगम के पास बर्फ हटाने और सफाई के लिए कर्मी नहीं होते लेकिन होर्डिंग हटाने के लिए रात को भी निगम कर्मी भेजे रहे हैं.
जबकि समरहिल सहित अन्य क्षेत्रों में अवैध होर्डिंग लगी है लेकिन उन्हें नगर निगम हटाने की हिम्मत नहीं कर रहा है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि निगम 23 मार्च तक भगत सिंह की प्रतिमा नहीं लगाता है तो उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा.
वहीं, नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल का कहाना है कि वे किसी के भी दबाव में आकर होर्डिंग हटाने से इंकार किया और शहर में लगी अवैध होर्डिंग को भी हटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि समरहिल चौक पर भगत सिंह और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगाने के लिए जगह का चयन किया जा रहा है. इस कार्य को जल्द ही पूरा किया जाएगा.
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