शिमला: बुधवार को शिमला जिला परिषद की बैठक में नशे के कारोबार और उसकी गिरफ्त में आ रहे युवकों पर चिंता जाहिर की गई. परिषद के सदस्यों ने नशे के कारोबार को जल्द रोकने की बात कही, ताकि उसके जाल में फंस रही युवा पीढ़ी को उसकी लत से बचाया जा सके.
परिषद के सदस्यों ने कहा कि ऊपरी शिमला के 80 फीसदी बच्चे नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं. ऐसे में उन्हें समय रहते नहीं रोका गया तो आने वाले समय में भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि नशा कारोबारियों द्वारा शिक्षण संस्थानों में बच्चों को नशे का आदी बनाया जा रहा है. इसके अलावा परिषद के सदस्यों ने नशा कारोबारियों पर कार्रवाई करने के साथ-साथ जगह -जगह नशा नियंत्रण रूम खोलने का आग्रह किया.
जिला परिषद अध्यक्ष धर्मिला हरनोट ने कहा कि बैठक में नशे को लेकर सदस्यों ने चिंता जाहिर की है और पुलिस से इसे रोकने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस पंचायतों के साथ मिल कर जागरूकता अभियान चलाए और नशे से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जानकारी दे.
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धर्मिला हरनोट ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने ऊपरी क्षेत्रों में बिजली और सड़क बहाली करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि बर्फबारी से ऊपरी क्षेत्रों में सड़कें अभी भी बंद है और बिजली भी बाधित हुई है, लेकिन अब मौसम साफ हो गया है, जिससे लोकनिर्माण विभाग ऊपरी क्षेत्रों में सड़कों जल्द बहाल करें.