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गर्मियों ने उड़ाई प्रशासन की नींद, DC ने बैठक कर अधिकारियों को सूखे से निपटने के दिए निर्देश

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Published : Apr 5, 2022, 7:23 PM IST

शिमला में इन दिनों गर्मी (summer in shimla) से हाल बेहाल है. बारिश न होने से सूखे के हालात बन गए हैं. वहीं सूखे ने जिला प्रशासन की नींद भी उड़ा दी है. सूखे से निपटने के लिए सोमवार को उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने जिला के उपमंडल अधिकारियों के साथ गर्मियों के मौसम में सूखे की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक (DC Shimla meeting regarding summer) की. उन्होंने समस्त उपमंडल अधिकारियों को उपमंडल स्तर पर संबंधित विभागों के साथ सूखे की स्थिति को लेकर बैठक करने के निर्देश दिए, ताकि समय रहते इस दिशा में तैयारियां पूर्ण की जा सके.

DC Shimla held a meeting regarding summer.
गर्मियों को लेकर डीसी शिमला ने की बैठक.

शिमला: पहाड़ों पर इन दिनों गर्मी (summer in shimla) से हाल बेहाल है. बारिश न होने से सूखे के हालात बन गए हैं. वहीं सूखे ने जिला प्रशासन की नींद भी उड़ा दी है. सूखे से निपटने के लिए सोमवार को उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने जिला के उपमंडल अधिकारियों के साथ गर्मियों के मौसम में सूखे की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक (DC Shimla meeting regarding summer) की. उन्होंने समस्त उपमंडल अधिकारियों को उपमंडल स्तर पर संबंधित विभागों के साथ सूखे की स्थिति को लेकर बैठक करने के निर्देश दिए, ताकि समय रहते इस दिशा में तैयारियां पूर्ण की जा सके.

उन्होंने कहा कि अपने अधिकार क्षेत्र में पानी की कमी वाले क्षेत्रों की समय रहते पहचान कर तैयारियां पूर्ण कर लें तथा टैंकरों एवं ट्रैक्टरों के माध्यम से पेयजल परिवहन के लिए आपूर्तिकर्ताओं की पहचान के साथ दरों का निर्धारण भी तय करें. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पानी के टैंकर भरने के स्रोत की पहचान करें, साथ ही ऐसे जलापूर्ति की क्लोरीनीकरण सुनिश्चित करें. जिले के सभी उपमंडल अधिकारी अपने पास ब्लीचिंग पाउडर, वाटर स्टरलाइजेशन टैबलेट (Water Sterilization Tablet) का पर्याप्त भंडार रखें, ताकि जल से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके.

उन्होंने कहा कि जिले के समस्त उपमंडल अधिकारी समय रहते पीने की पानी के टैंकों की सफाई, बावड़ियों की सफाई एवं उस क्षेत्र के आसपास की सफाई सुनिश्चित करें, ताकि जल जनित बीमारियां न फैल सके. उन्होंने कहा कि आग लगने की स्थिति में अग्निश्मन उपकरणों और श्वसन उपकरणों के उचित कामकाज को भी सुनिश्चित करें तथा ऐसे जल स्त्रोतों को चिन्हित करें, जहां से अग्निश्मन वाहनों में दोबारा से पानी भरा जा सके. उन्होंने कहा कि सूखा पड़ने की स्थिति में खाद्य सामग्री एवं पशुओं के चारे की व्यवस्था के लिए अन्य प्रदेशों के खुदरा विक्रेताओं एवं थोक विक्रेताओं का डाटा बेस तैयार करें. साथ ही गोदामों में भंडारित खाद्य सामग्री को आग एवं अन्य संभावित खतरों से बचाने के लिए तैयारी पूर्ण करें.

उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में आग की आशंका वाले क्षेत्रों की सूची बनाए रखें. साथ ही उन आशंका वाले क्षेत्रों में जन शक्ति की भी तैनाती करें, ताकि ऐसी स्थिति से निपटा जा सके. पशु रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई सुनिश्चित करें साथ ही जानवरों को दफनाने और मृत जानवरों के उचित निपटान के लिए जगह की पहचान सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग आपात स्थितियों के लिए कानून और व्यवस्था की आकस्मिक योजना तैयार करें. पुलिसकर्मियों एवं पीसीआर वैन में बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा बाॅक्स उपकरणों के समुचित कार्य को सुनिश्चित करें, ताकि आपात स्थिति में उनका सही उपयोग हो सके.

ये भी पढ़ें: भाजपा से कांग्रेस के खेमे में शामिल पार्षद शकुंतला देवी ने फिर बदला पाला

शिमला: पहाड़ों पर इन दिनों गर्मी (summer in shimla) से हाल बेहाल है. बारिश न होने से सूखे के हालात बन गए हैं. वहीं सूखे ने जिला प्रशासन की नींद भी उड़ा दी है. सूखे से निपटने के लिए सोमवार को उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने जिला के उपमंडल अधिकारियों के साथ गर्मियों के मौसम में सूखे की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक (DC Shimla meeting regarding summer) की. उन्होंने समस्त उपमंडल अधिकारियों को उपमंडल स्तर पर संबंधित विभागों के साथ सूखे की स्थिति को लेकर बैठक करने के निर्देश दिए, ताकि समय रहते इस दिशा में तैयारियां पूर्ण की जा सके.

उन्होंने कहा कि अपने अधिकार क्षेत्र में पानी की कमी वाले क्षेत्रों की समय रहते पहचान कर तैयारियां पूर्ण कर लें तथा टैंकरों एवं ट्रैक्टरों के माध्यम से पेयजल परिवहन के लिए आपूर्तिकर्ताओं की पहचान के साथ दरों का निर्धारण भी तय करें. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पानी के टैंकर भरने के स्रोत की पहचान करें, साथ ही ऐसे जलापूर्ति की क्लोरीनीकरण सुनिश्चित करें. जिले के सभी उपमंडल अधिकारी अपने पास ब्लीचिंग पाउडर, वाटर स्टरलाइजेशन टैबलेट (Water Sterilization Tablet) का पर्याप्त भंडार रखें, ताकि जल से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके.

उन्होंने कहा कि जिले के समस्त उपमंडल अधिकारी समय रहते पीने की पानी के टैंकों की सफाई, बावड़ियों की सफाई एवं उस क्षेत्र के आसपास की सफाई सुनिश्चित करें, ताकि जल जनित बीमारियां न फैल सके. उन्होंने कहा कि आग लगने की स्थिति में अग्निश्मन उपकरणों और श्वसन उपकरणों के उचित कामकाज को भी सुनिश्चित करें तथा ऐसे जल स्त्रोतों को चिन्हित करें, जहां से अग्निश्मन वाहनों में दोबारा से पानी भरा जा सके. उन्होंने कहा कि सूखा पड़ने की स्थिति में खाद्य सामग्री एवं पशुओं के चारे की व्यवस्था के लिए अन्य प्रदेशों के खुदरा विक्रेताओं एवं थोक विक्रेताओं का डाटा बेस तैयार करें. साथ ही गोदामों में भंडारित खाद्य सामग्री को आग एवं अन्य संभावित खतरों से बचाने के लिए तैयारी पूर्ण करें.

उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में आग की आशंका वाले क्षेत्रों की सूची बनाए रखें. साथ ही उन आशंका वाले क्षेत्रों में जन शक्ति की भी तैनाती करें, ताकि ऐसी स्थिति से निपटा जा सके. पशु रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई सुनिश्चित करें साथ ही जानवरों को दफनाने और मृत जानवरों के उचित निपटान के लिए जगह की पहचान सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग आपात स्थितियों के लिए कानून और व्यवस्था की आकस्मिक योजना तैयार करें. पुलिसकर्मियों एवं पीसीआर वैन में बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा बाॅक्स उपकरणों के समुचित कार्य को सुनिश्चित करें, ताकि आपात स्थिति में उनका सही उपयोग हो सके.

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