शिमला: सीपीआईएम शिमला शहरी कमेटी (CPIM Shimla Urban Committee) द्वारा शुक्रवार को शिमला शहर के कैथू वार्ड से सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ (against anti-people policies) 34 वार्डों में डोर टू डोर प्रचार अभियान (door to door campaign) शुरू किया गया. सीपीआईएम लोकल कमेटी सचिव बाबूराम (CPIM Local Committee Secretary Baburam) ने बताया कि इस अभियान के तहत जनता को सरकार की हकीकत के बारे में जागरूक किया जा रहा है.
लोकल कमेटी सचिव बाबूराम ने कहा कि इन राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मुद्दों (National and state level issues) के साथ साथ नगर निगम द्वारा जो लोगो के उपर आर्थिक बोझ (Financial burden) डाल जा रहा है उसके खिलाफ भी आम लोगों को जागरूक किया (made public aware) जाएगा.
बाबूराम ने कहा की नगर निगम भी सभी चीजों का निजीकरण (privatization) कर रहा है कूड़े, बिजली, पानी के बिलों में हर साल 10% की बढ़ोतरी की जाती है जो बिल्कुल भी न्याय संगत नहीं (not justified) है. इसके खिलाफ सीपीआईएम आने वाले समय में व्यापक आंदोलन (massive movement) लड़ेगी. सीपीआईएम लोकल कमेटी सचिव (CPIM Local Committee Secretary) ने बताया कि 23 नवंबर तक वार्ड स्तर पर सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रचार प्रसार (propaganda against government policies) किया जाएगा और 24 से 25 नवंबर तक 24 घंटे का प्रदर्शन दिन रात शुरू होगा और उसके बाद इस आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा.
बाबूराम ने कहा कि शहर में मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी (severe lack of basic amenities) है और इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में जो तेंदुए ने दो बच्चों की जाने ली है, इनमें एक ही समानता है. उन्होंने कहा कि दोनों गरीब बस्ती के बच्चे हैं और यहां पर स्ट्रीट लाइट (Street lights) तक नहीं लगाई गई हैं और न ही शौचालय की व्यवस्था (toilet facilities) है. इन तमाम मुद्दों को लेकर सीपीआईएम 24 और 25 नवंबर को व्यापक आंदोलन करेगी.
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