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हिमाचल में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस विजयी, उपचुनाव में BJP का सूपड़ा साफ - मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह

हिमाचल प्रदेश में हुए चार उपचुनाव में कांग्रेस ने एकतरफा जीत हासिल करके 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तस्वीर साफ कर दी है. चोरों सीटों पर जीत मिलने के बाद कांग्रेस के लिए इसे संजीवनी से कम नहीं माना जा रहा है. वहीं, सीएम जयराम ठाकुर ने कहा है कि महंगाई वैश्विक मुद्दा है लेकिन यह हिमाचल में चुनाव के दौरान प्रभावी पाया गया.

Congress won all four seats in Himachal
हिमाचल में चारों सीटों पर कांग्रेस विजयी.
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Published : Nov 2, 2021, 4:45 PM IST

Updated : Nov 2, 2021, 5:36 PM IST

शिमला: हिमाचल में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव का परिणाम आ गया है. चारों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. हैरानी की बात यह है कि एक विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है. 2022 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर इसे सेमीफाइनल माना जा रहा है. चारों सीटों पर जीत मिलने के बाद कांग्रेस के लिए इसे संजीवनी से कम नहीं माना जा रहा है. आइए जानते हैं चारों सीटों पर चुनावी परिणाम के बारे में.

सबसे पहले मंडी संसदीय क्षेत्र की बात करते हैं. मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने जीत हासिल की है. पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा पांचवीं बार मैदान में उतरी थीं. इससे पहले उन्‍हें दो बार जीत और दो बार हार मिली है. पहली जीत उन्हें 2004 के आम चुनाव व दूसरी 2013 के उपचुनाव में मिली थी. मंडी संसदीय क्षेत्र उनके परिवार की कर्मभूमि रही है. प्रतिभा सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी खुशाल सिंह ठाकुर को 7,490 मतों से हराया है.

दरअसल मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला भी इसलिए इसे विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था. मंडी में भाजपा की हार का अंतर बहुत कम रहा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि बेशक महंगाई वैश्विक मुद्दा है लेकिन यह हिमाचल में चुनाव के दौरान प्रभावी पाया गया. उन्होंने पार्टी से भितरघात करने वालों को भी चेतावनी दी और कहा कि ऐसे पार्टी विरोधी तत्वों के साथ कड़ाई से निपटा जाएगा. सीएम जयराम ने कहा कि पार्टी हार के सभी पहलुओं पर चिंतन करेगी. उन्होंने कांग्रेस के विजेता प्रत्याशियों को भी बधाई दी.

जुब्बल-कोटखाई विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली है. कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर ने 6103 वोटों से जीत हासिल की है. कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र की जुब्बल तहसील की ग्राम पंचायत धार के पौटा गांव के निवासी हैं. उन्होंने स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की. राजनीति रोहित ठाकुर को अपने दादा पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल से विरासत में मिली. वर्ष 2002 में दादा के निधन के बाद रोहित ठाकुर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. रोहित ने पहली बार वर्ष 2003 में चुनाव लड़ा और जीत प्राप्त की.

रोहित ठाकुर को अब तक अपने राजनीतिक जीवन में दो बार जीत और दो बार हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस के टिकट पर उनका मुकाबला हमेशा भाजपा नेता पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा से ही रहा. वहीं, अब पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद उनके बेटे चेतन बरागटा से मुकाबला था जिसमें रोहित ठाकुर ने बाजी मार ली है. हैरानी की बात यह है कि बीजेपी प्रत्याशी नीलम सरैइक को मात्र 2584 वोट मिले हैं. जुब्बल-कोटखाई से बीजेपी प्रत्याशी नीलम सरैइक की जमानत जब्त हो गई है.

अर्की में भी पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Former Chief Minister Virbhadra Singh) के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी संजय अवस्थी (congress candidate sanjay awasthi ) ने 3277 वोटों के अंतर से जीत हासिल कर ली है. अर्की उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी संजय अवस्थी को 30493 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी रत्न सिंह पाल (BJP candidate Rattan Pal Singh) को 27216 वोट मिले, वहीं अन्य निर्दलीय प्रत्याशी जीत सिंह को अर्की उपचुनाव में 543 वोट मिले हैं, लेकिन सबसे अहम बात ये है कि अर्की उपचुनाव में नोटा का भी 1622 लोगों ने बटन दबाया है, जो कहीं न कहीं अर्की में भाजपा की हार का कारण भी बना है.

फतेहपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी भवानी सिंह पठानिया ने 5789 वोट से जीत हासिल की है. इस सीट पर 24 चरणों की मतगणना में बीजेपी प्रत्याशी बलदेव ठाकुर को 18660, भवानी सिंह पठानिया को 24449, जनक्रांति पार्टी के पंकज दर्शी 375, अशोक सोमल(निर्दलीय) को 295 और निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. राजन सुशांत को 12,927 वोट मिले. उपचुनाव में 389 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया.

ये भी पढ़ें: मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने हासिल की जीत, ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर को हराया

ये भी पढ़ें: जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट से कांग्रेस की जीत, BJP प्रत्याशी की जमानत जब्त

शिमला: हिमाचल में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव का परिणाम आ गया है. चारों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. हैरानी की बात यह है कि एक विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई है. 2022 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर इसे सेमीफाइनल माना जा रहा है. चारों सीटों पर जीत मिलने के बाद कांग्रेस के लिए इसे संजीवनी से कम नहीं माना जा रहा है. आइए जानते हैं चारों सीटों पर चुनावी परिणाम के बारे में.

सबसे पहले मंडी संसदीय क्षेत्र की बात करते हैं. मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने जीत हासिल की है. पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा पांचवीं बार मैदान में उतरी थीं. इससे पहले उन्‍हें दो बार जीत और दो बार हार मिली है. पहली जीत उन्हें 2004 के आम चुनाव व दूसरी 2013 के उपचुनाव में मिली थी. मंडी संसदीय क्षेत्र उनके परिवार की कर्मभूमि रही है. प्रतिभा सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी खुशाल सिंह ठाकुर को 7,490 मतों से हराया है.

दरअसल मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला भी इसलिए इसे विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था. मंडी में भाजपा की हार का अंतर बहुत कम रहा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि बेशक महंगाई वैश्विक मुद्दा है लेकिन यह हिमाचल में चुनाव के दौरान प्रभावी पाया गया. उन्होंने पार्टी से भितरघात करने वालों को भी चेतावनी दी और कहा कि ऐसे पार्टी विरोधी तत्वों के साथ कड़ाई से निपटा जाएगा. सीएम जयराम ने कहा कि पार्टी हार के सभी पहलुओं पर चिंतन करेगी. उन्होंने कांग्रेस के विजेता प्रत्याशियों को भी बधाई दी.

जुब्बल-कोटखाई विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने बाजी मार ली है. कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर ने 6103 वोटों से जीत हासिल की है. कांग्रेस प्रत्याशी रोहित ठाकुर जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र की जुब्बल तहसील की ग्राम पंचायत धार के पौटा गांव के निवासी हैं. उन्होंने स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त की. राजनीति रोहित ठाकुर को अपने दादा पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर रामलाल से विरासत में मिली. वर्ष 2002 में दादा के निधन के बाद रोहित ठाकुर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. रोहित ने पहली बार वर्ष 2003 में चुनाव लड़ा और जीत प्राप्त की.

रोहित ठाकुर को अब तक अपने राजनीतिक जीवन में दो बार जीत और दो बार हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस के टिकट पर उनका मुकाबला हमेशा भाजपा नेता पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा से ही रहा. वहीं, अब पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा के निधन के बाद उनके बेटे चेतन बरागटा से मुकाबला था जिसमें रोहित ठाकुर ने बाजी मार ली है. हैरानी की बात यह है कि बीजेपी प्रत्याशी नीलम सरैइक को मात्र 2584 वोट मिले हैं. जुब्बल-कोटखाई से बीजेपी प्रत्याशी नीलम सरैइक की जमानत जब्त हो गई है.

अर्की में भी पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (Former Chief Minister Virbhadra Singh) के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी संजय अवस्थी (congress candidate sanjay awasthi ) ने 3277 वोटों के अंतर से जीत हासिल कर ली है. अर्की उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी संजय अवस्थी को 30493 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी रत्न सिंह पाल (BJP candidate Rattan Pal Singh) को 27216 वोट मिले, वहीं अन्य निर्दलीय प्रत्याशी जीत सिंह को अर्की उपचुनाव में 543 वोट मिले हैं, लेकिन सबसे अहम बात ये है कि अर्की उपचुनाव में नोटा का भी 1622 लोगों ने बटन दबाया है, जो कहीं न कहीं अर्की में भाजपा की हार का कारण भी बना है.

फतेहपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी भवानी सिंह पठानिया ने 5789 वोट से जीत हासिल की है. इस सीट पर 24 चरणों की मतगणना में बीजेपी प्रत्याशी बलदेव ठाकुर को 18660, भवानी सिंह पठानिया को 24449, जनक्रांति पार्टी के पंकज दर्शी 375, अशोक सोमल(निर्दलीय) को 295 और निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. राजन सुशांत को 12,927 वोट मिले. उपचुनाव में 389 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया.

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Last Updated : Nov 2, 2021, 5:36 PM IST
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