शिमला: गुड़िया हेल्पलाइन 1515 पर पिछले तीन सालों में एक फरवरी 2022 तक 8,489 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. सदन में रखी गई जानकारी के अनुसार 2 फरवरी 2019 से 1 फरवरी 2020 तक कुल 1,740 शिकायतें प्राप्त हुई हैं जिनमें से 65 पर अभियोग पंजीकृत किए गए हैं. इसके अलावा 115 पर विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.
इसके अलावा 2 फरवरी 2020 से 1 फरवरी 2021 तक 180 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जिनमें से 81 मामलों में अभियोग पंजीकृत किए गए हैं और 107 में विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, 2 फरवरी 2021 से 1 फरवरी 2022 तक कुल 4909 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जिनमें से 90 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं और 102 पर विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.
विधानसभा के बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान जुब्बल-कोटखाई से (Gudiya Helpline Himachal) विधायक रोहित ठाकुर ने सरकार से प्रश्न पूछा था कि गुड़िया हेल्पलाइन किस उद्देश्य से शुरू की गई है और अब तक इस पर कितनी शिकायतें आई हैं. इसका लिखित जवाब देते हुए सरकार ने पक्ष रखा कि इसका उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को संकट के समय तुरंत सहायता उपलब्ध करवाना है.
दरअसल भाजपा ने चुनाव के दौरान अपने विजन दस्तावेज में वादा किया था कि अगर वह सत्ता में आई तो फिर महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गुड़िया योजना के तहत महिला पुलिस थाने और हेल्पलाइन स्थापित करेगी. गुड़िया हेल्पलाइन में सिर्फ महिलाओं की तैनाती की गई है. इससे कोई भी महिला अपनी बात आसानी से बात रख सकती है.
हेल्पलाइन में तैनात कर्मचारियों के अनुसार शिकायत के तुरंत बाद संबंधित थाने को रिपोर्ट भेजी जाती है और उस पर कार्रवाई की रिपोर्ट भी तलब की जाती है. यह हेल्पलाइन 24 घंटे काम करती है. शिकायत दर्ज करने के लिए तीन शिफ्टों में यहां कर्मचारी काम करते हैं.
ये भी पढ़ें- विश्व महिला दिवस 2022 : महिलाओं का सम्मान सर्वोपरि है, 'जेंडर इक्वालिटी टुडे फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो'