शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शनिवार को विधानसभा में विधायक रमेश चंद धवाला के सवाल का जबाव देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने अपने वर्तमान कार्यकाल में 2711 करोड़ का लोन लिया है, जबकि पूर्व कांग्रेस सरकार ने पांच साल के कार्यकाल में 18787 करोड़ का कर्जा लिया है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कहा कि कांग्रेस की सरकार ने ऐसे हालात बना दिए कि विकास कार्यों के लिए लोन लेना आवश्यक हो गया है. उन्होंने ने कहा कि साल 2018 में राज्य सरकार ने 1754 करोड़ और साल 2019 में अब तक 957 करोड़ का लोन लिया है. इस तरह ये आंकड़ा 2711 करोड़ का बनता है. इसमें ब्याज की अदायगी अलग से है और कांग्रेस शासन में लिए गए लोन के ब्याज को उनकी सरकार वापिस भी कर रही है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में 11329 करोड़ का लोन लिया गया है, जिसमें 6511 करोड़ की राशि वापिस किए गए ऋण की है. उन्होंने बताया कि इस तरह तीन वर्षों में सरकार द्वारा 4812 शुद्ध ऋण लिया गया है. इसी बीच नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश की सरकार भारी लोन उठा रही है और इसे लेकर मुख्यमंत्री सदन में चालाकी से आंकड़े पेश कर रहे हैं.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पर्यटन विकास निगम की संपत्तियों को बेचने के मामले की जांच रिपोर्ट आज ही सदन के पटल पर रखें. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने तीन दिन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का ऐलान किया था. हालांकि सीएम ने ये रिपोर्ट सदन में नहीं रखी, बल्कि मानवीय त्रुटि मानते हुए सीएम ने पर्यटन सचिव को बदल दिया है.