शिमला: अपने तीखे बयानों के लिए विवादों में रहने वाले डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती इन दिनों हिमाचल के ऊना जिले में हैं. यहां अंब उपमंडल के तहत धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धर्म संसद पर प्रतिक्रिया (cm jairam reaction on dharma sansad program) देते हुए कहा है कि इस आयोजन में किसी को भी भड़काऊ परिस्थितियां पैदा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
सोमवार को शिमला में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने स्थानीय प्रशासन को भी निर्देश दिए हैं कि आयोजन के माध्यम से किसी तरह की तनावपूर्ण स्थिति न बने. उन्होंने यति नरसिंहानंद सरस्वती से भी आग्रह किया कि कोई भड़काऊ भाषण न दें. मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म संसद का आयोजन एक हाल में किया जा रहा है. यदि ऐसे आयोजन करना चाहते हैं तो किसी को मनाही नहीं है, लेकिन माहौल बिगाड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों ( dharma sansad program organized in una) से किसी की भी धार्मिक आस्था नहीं भड़कनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना जिला प्रशासन को आदेश दिए गए हैं, समाज में तनावपूर्ण स्थिति निर्मित नहीं होनी चाहिए. यति नरसिंहानंद से जुड़े पूर्व के विवादों को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्हें सारी जानकारी है और इस संदर्भ में वे अधिक कुछ नहीं कहना चाहते.
उल्लेखनीय है कि ऊना जिला में एक किशोरी की निर्मम हत्या के बाद माहौल तनावपूर्ण है. मोहम्मद आसिफ नाम के युवक ने 15 साल की लड़की की गला रेतकर हत्या (Murder Case in Una) कर दी थी. उसके बाद से हिंदू संगठन निरंतर आंदोलन कर रहे हैं और फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं.
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