शिमला: सेना में भर्ती के लिए नयी योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच, भाजपा विधायक और सेना विशेषज्ञ कर्नल इंद्र सिंह (रिटायर्ड) ने अपनी प्रतिक्रिया दी (Inder Singh on Agnipath Scheme) है. इस योजना का बचाव करते हुए भाजपा विधायक और सेना विशेषज्ञ ने कहा कि इससे छात्रों के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे. साथ ही कर्नल इंद्र सिंह ने विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों से किसी के भी बहकावे में ना आने का आग्रह किया है.
सबसे बड़ा लाभ यह है कि सेना की औसत उम्र काफी कम हो जाएगा. वर्तमान समय में सेना की औसत उम्र 32 वर्ष है. यह घटकर करीब 26 वर्ष हो जाएगी. यह सही समय है जब इस योजना को लागू किया जा सकता है. कर्नल इंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया के करीब 100 देश ऐसे हैं जिनमें इस प्रकार की योजना पहले से चली आ रही है. इनमें से कई देशों में 2 से 4 वर्ष तक सेना में सेवाएं देना युवाओं के लिए अनिवार्य भी है.
देश के रक्षा बजट का एक बड़ा हिस्सा पेंशन और जवानों की देखभाल पर खर्च हो जाता है. आर्मी और एयरफोर्स को आधुनिक बनाने के लिए केवल 40 प्रतिशत धनराशि ही शेष रह जाती है. कर्नल इंद्र सिंह ने कहा कि आधुनिक दौर को देखते हुए यह राशि सेना के तीनों अंगों के आधुनिकीकरण के लिए पर्याप्त नहीं है. सेना के पेंशन पर खर्च को कम करने का अग्निपथ योजना सबसे बेहतर समाधान है. जो राशि उपलब्ध हो उससे सेना को हर समय बेहतर उपकरण उपलब्ध करवाए जा सकें.
उन्होंने कहा कि आज का युवा आधुनिक तकनीक बहुत जल्दी से ग्रहण कर लेता है सेना को भी इसका लाभ मिलेगा. ये युवा सेना से तेजी से आ रहे बदलावों को बहुत जल्दी समझ सकते हैं. आज के युवा तकनीक को बेहतर ढंग से उपयोग भी कर लेता है. उन्होंने कहा कि 10वीं और 12वीं के युवा इस योजना के तहत प्रोफेशनल बन सकेंगे. इस योजना का विरोध नहीं होना चाहिए. इस उम्र में ही युवा एनडीए में भी जाते हैं और पीएमटी में भी जाते हैं.
यह एक क्षेत्र में विशेषज्ञ की तरह है. कर्नल इंद्र सिंह ने कहा कि 25 प्रतिशत अग्निवीर तो सेना में ही ऑब्जर्व कर लिए जाएंगे. इसके अलावा 75 प्रतिशत अग्निवीर जो वापस आएंगे उनके लिए रोजगार के बेहतर अवसर होंगे. देश के कई राज्यों ने अग्निवीरों को पुलिस में भर्ती के लिए प्रावधान कर दिया है. इसके अलावा पैरा मिलिट्री फोर्स में ये युवा भर्ती हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इन युवाओं के पास प्राइवेट सेक्टर में भर्ती के लिए अवसर होंगे.
कर्नल इंद्र सिंह (Army Specialist Col Inder Singh) ने ‘अग्निपथ योजना’ को दूरगामी परिणाम लाने की दिशा में एक सार्थक पहल करार दिया और इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे छात्रों से आग्रह किया कि वे भड़काने वाले तत्वों के झांसे में ना आएं. उन्होंने कहा युवाओं को इसका विरोध नहीं करना चाहिए. नाम लिए बिना विपक्ष पर हमला बोलते हुए कर्नल इंद्र सिंह ने कहा कि सेना के विषय में राजनीति नहीं होनी चाहिए. राजनीतिक दल अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए युवाओं को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं यह ना तो सेना के हित के लिए ठीक है और ना ही देश हित के लिए.
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