शिमला: राजधानी शिमला के नेरवा में शराब पीकर हुड़दंग मचा रहे युवकों पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज करने के मामले में एसपी शिमला ने थाना प्रभारी के साथ दो अन्य पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है. इस मामले में पीड़ितों ने एसपी शिमला को ज्ञापन सौंपा था.
इसके अलावा कुछ लोगों ने इन यवकों के समर्थन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भी ज्ञापन सौंपा था. बता दें कि 26 नवंबर को नेरवा बाजार में शराब पीकर हुड़दंग मचाने का मामला सामने आया था. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर कुछ युवकों को लाठियों से पीटकर पुलिस स्टेशन ले गई. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
आरोपी युवकों ने पुलिस पर एक तरफा कार्रवाई करने के आरोप लगाए थे और मामले की न्यायिक जांच की मांग की थी. मामले में आरोपी युवक संदीप कुमार का कहना है कि वे चौपाल का रहने वाले है और नेरवा बाजार में कुछ युवक उनके भाई के साथ झगड़ा कर रहे थे. इस दौरान वह बीच में बचाव करने पहुंचे लेकिन युवकों ने उनके साथ मारपीट की.
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थानीय युवकों को छोड़ कर उन्हें मारते हुए थाने तक ले गए और अंदर भी काफी मारपीट की. उन्होंने कहा कि उन पर शराब पीने के आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन मेडिकल में कुछ भी साबित नहीं हुआ है. पुलिस ने युवकों को पंजाब के समझ कर मारपीट की लेकिन वह चौपाल सराहना के रहने वाले हैं.
आरोपी ने एसपी शिमला के पास पहुंच कर पुलिस की मारपीट और उनकी तरफ से मामला दर्ज न करने को लेकर शिकायत करवाई है. आरोपी ने मामले में न्यायिक जांच की मांग भी की है. एसपी ने उन्हें सात दिन के भीतर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था.
ये भी पढ़ें: कुल्लू से 90 हजार के गहने चुराकर फरार हुई थी महिला, पुलिस ने चंडीगढ़ से किया गिरफ्तार