नाहनः भारतीय ट्रेड यूनियन की जिला सिरमौर संयुक्त समिति ने बुधवार को जिला मुख्यालय नाहन में केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. 18 सूत्रीय मांगों को लेकर ट्रेड यूनियनों ने डीसी सिरमौर कार्यालय के बाहर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सीटू की सिरमौर कमेटी के महासचिव राजेंद्र ठाकुर व इंटक के जिलाध्यक्ष सुभाष शर्मा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने श्रम कानूनों में बदलाव सहित विभिन्न मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी डीसी सिरमौर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा. इस दौरान ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार पर मजदूरों की अनदेखी करने के भी आरोप लगाए.
सीटू जिला सिरमौर कमेटी के महासचिव राजेंद्र ठाकुर ने केंद्र की मोदी सरकार को मजदूर विरोधी करार देते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने मजदूरों के हितों के 44 कानूनों को खत्म करने का काम किया है. कोविड-19 के चलते 13 करोड़ से ज्यादा रोजगार खत्म हुए हैं.
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कोविड-19 के नाम पर एकत्रित की गई राशि मदद के लिए सरकार नहीं जारी कर रही है. राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि मजदूरों के हकों के लिए तो लंबे समय से ट्रेड यूनियनें लड़ ही रही हैं, लेकिन हाल ही में अब केंद्र सरकार द्वारा कृषि से संबंधित जो अध्यादेश लाए गए हैं, उससे किसानों की आत्मा को खत्म किया है. सरकारी उपकरणों को निजी कंपनियों को बेचा जा रहा है. महंगाई आसमान पर है. इन्हीं मुद्दों को लेकर आज देश भर में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं.
ट्रेड यूनियनों ने स्पष्ट शब्दों में यह भी ऐलान किया कि यदि 18 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार अपनी स्थिति को जल्द स्पष्ट नहीं करती तो आने वाली 25 तारीख को भारत बंद में भी ट्रेड यूनियनों की भागीदारी रहेगी.
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