नाहन: सिरमौर कांग्रेस में चल रहे जबरदस्त विवाद पर पार्टी आलाकमान ने कड़ा एक्शन लिया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला की सहमति के बाद सिरमौर जिला कांग्रेस कमेटी को तत्काल प्रभाव से भंग (Sirmaur District Congress Committee dissolved) कर दिया है. लिहाजा जब तक जिला कांग्रेस कमेटी की नई टीम का ऐलान नहीं हो जाता, तब तक जिला कमेटी की कमान पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं जिला के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गंगूराम मुसाफिर को सौंपी गई है.
दरअसल जिला कांग्रेस कमेटी का यह विवाद (Sirmaur Congress Controversy) उस दिन से शुरू हुआ, जब 12 जून को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के पहली बार नाहन दौरे के दौरान अपनी ही पार्टी की मुखिया के सामने दो गुटों के बीच जमकर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ था. इससे ठीक एक दिन पहले कांग्रेस के एक धड़े ने उप नेता प्रतिपक्ष एवं शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान के नेतृत्व में बंद कमरे में एक बैठक कर जिला कमेटी के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्हें पद से हटाने की मांग की थी. इस संबंध में जिलाध्यक्ष की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट नेताओं ने एक पत्र भी हिमाचल प्रभारी को भेजा था.
इसके बाद बीते रोज सोमवार को दोनों ही धड़ों के (Sirmaur Congress Controversy) नेताओं को शिमला भी तलब किया गया था. बताया जा रहा है कि यहां भी बंद कमरे में दोनों धड़ों के नेताओं को कड़े शब्दों में अनुशासन का पाठ पढ़ाया गया था. साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया था कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बस इसी बैठक के बाद सिरमौर कांग्रेस के दोनों धड़ों के नेता देर रात वापिस लौट रहे थे कि नाहन से कुछ किलोमीटर पहले ही निहोग में आपस में भिड़ गए. इस संबंध में जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रूपेंद्र ठाकुर ने पांवटा साहिब के पूर्व विधायक किरनेश जंग व नाहन के पूर्व विधायक कंवर अजय बहादुर सिंह पर मारपीट करने (Sirmaur Congress leaders fight) के आरोप लगाए और इस संबंध में एक शिकायत भी पुलिस थाना में दर्ज करवाई. हालांकि किरनेश जंग ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है.
सिरमौर कांग्रेस कमेटी के दो धड़ों में उपजा विवाद जब पुलिस थाना तक जा पहुंचा, तो सोशल मीडिया पर भी यह विवाद लगातार वायरल होता जा रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि इसी प्रकरण के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने हिमाचल प्रभारी की सहमति के बाद जिला कमेटी को तुरंत प्रभाव से भंग कर दिया. कुल मिलाकर सिरमौर जिला में कांग्रेस दोफाड़ हो चुकी है. हालांकि जिला कमेटी को भंग कर (Sirmaur District Congress Committee dissolved) दिया गया है, लेकिन अब देखना यह भी दिलचस्प होगा कि सार्वजनिक मंच से पुलिस थाना तक पहुंची कांग्रेस के दो गुटों की धड़ेबाजी से पार्टी किस तरह निपटती है.
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