ETV Bharat / city

आए घुड़सवारों ने दिखाए हैरतअंगेज करतब, लोगों ने दबाई दांतों तले उंगुलियां

श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के समापन समारोह में शुक्रवार को नाहन के ऐतिहासिक चौगान मैदान में अमृतसर से आए घुड़सवारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए. जिसे देख लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए.

डिजाइन फोटो
author img

By

Published : Nov 15, 2019, 7:55 PM IST

नाहन: गुरू की नगरी पांवटा साहिब में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के समापन समारोह में शुक्रवार को ऐतिहासिक चौगान मैदान में अमृतसर से आए घुड़सवारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए. घुड़सवारों जिसे देख लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए.

बता दें कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के समापन के मौके पर नगर कीर्तन दोपहर तीन बजे दशम स्थान गुरुद्वारा नाहन पहुंचा, यहां नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद मैदान में सिख युवाओं ने गतका का भी प्रदर्शन किया गया, जिसकी लोगों ने जमकर प्रशंसा की.

वीडियो

गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमृत सिंह शाह ने बताया कि गुरु श्री नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव पर कार्यक्रमों का आज आखिरी दिन था. उन्होंने बताया कि 1945-46 में रियासत काल के बाद पहली बार नाहन में घुड़सवारी का आयोजन किया गया है. साथ ही बताया कि घुड़सवारी के करतब देखने के लिए हजारों लोग चौगान मैदान पहुंचे.

नाहन: गुरू की नगरी पांवटा साहिब में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के समापन समारोह में शुक्रवार को ऐतिहासिक चौगान मैदान में अमृतसर से आए घुड़सवारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए. घुड़सवारों जिसे देख लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए.

बता दें कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के समापन के मौके पर नगर कीर्तन दोपहर तीन बजे दशम स्थान गुरुद्वारा नाहन पहुंचा, यहां नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद मैदान में सिख युवाओं ने गतका का भी प्रदर्शन किया गया, जिसकी लोगों ने जमकर प्रशंसा की.

वीडियो

गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमृत सिंह शाह ने बताया कि गुरु श्री नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव पर कार्यक्रमों का आज आखिरी दिन था. उन्होंने बताया कि 1945-46 में रियासत काल के बाद पहली बार नाहन में घुड़सवारी का आयोजन किया गया है. साथ ही बताया कि घुड़सवारी के करतब देखने के लिए हजारों लोग चौगान मैदान पहुंचे.

Intro:- प्रकाशोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम से रियासत काल का वक्त हो गया प्लेबैक
नाहन। 1621 में बसे ऐतिहासिक शहर नाहन में आज दोपहर बाद नजारा रफ्तार और रोमांच से भरपूर था। जैसे ही घोड़ों को लगाम से इशारा मिलता, वह पलक झपकते ही हवा से बातें करने लगते। घोड़ों की रफ्तार व उस पर सवार घुड़सवारो के हैरतअंगेज करतब देख लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए।


Body:दरअसल मौका श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव था। गुरु की नगरी पांवटा साहिब से नगर कीर्तन दोपहर 3:00 बजे के आसपास दशम स्थान गुरुद्वारा नाहन में पहुंचा, जहां नगर कीर्तन का भव्य स्वागत हुआ। इसके बाद गुरुद्वारा के ठीक सामने स्थित ऐतिहासिक चौगान मैदान में आयोजित कार्यक्रम में अमृतसर से आए घुड़सवारों ने अपने हैरतअंगेज करतब दिखाए। एक के बाद एक हैरतअंगेज करतब देख लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए। खासतौर पर दो घोड़ों पर एक व्यक्ति के सवार करतब ने दर्शकों को सबसे ज्यादा हैरान किया।
बता दें कि सिरमौर रियासत काल में भी इस तरह के करतब यहां हुआ करते थे। लिहाजा 10 को बात यहां के लोगों ने घुड़सवारों के ऐसे करतब देखें। तत्पश्चात मैदान में सिख युवाओं द्वारा गद्य का भी शानदार प्रदर्शन किया गया, जिसकी लोगों ने जमकर प्रशंसा की।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नाहन के अध्यक्ष अमृत सिंह शाह ने बताया कि गुरु श्री नानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव पर कार्यक्रमों का आज आखिरी दिन था। आज अमृतसर से आए घुड़सवारों ने घुड़सवारी के करतब दिखाए। उन्होंने बताया कि 1945-46 में रियासत काल के बाद आज पहली बार नाहन में घोड़ों के यह करतब देखे गए हैं। इसके अलावा 5 दिन तक गुरु महाराज जी का प्रकाशोत्सव पूरी धूमधाम के साथ मनाया गया अंतिम दिन पांवटा साहिब से एक विशाल नगर कीर्तन आज नाहन पहुंचा, जिसका यहां भव्य स्वागत किया गया।
बाइट : अमृत सिंह शाह, अध्यक्ष गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नाहन


Conclusion:कुल मिलाकर 7 दशक बाद ऐतिहासिक शहर नाहन में घुड़सवारी के करतब देखने के लिए हजारों लोग इस पल के गवाह बने। इस दौरान चौगान मैदान पूरी तरह से लोगों से खचाखच भरा दिखाई दिया।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.