नाहन: डॉ. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में नवजात बदलने के आरोप के बाद पुलिस ने सच्चाई जानने के लिए माता-पिता सहित नवजात बच्चे के ब्लड सैंपल को जांच के लिए शिमला स्थित जुन्गा लैब में भेज दिया है. स्थानीय स्तर पर मामले का निपटारा न होने के बाद पुलिस ने मंगलवार को ब्लड सैंपल लेकर बुधवार जुन्गा लैब में डीएनए जांच के लिए भेज दिया है. अगर डीएनए का मिलान नहीं हुआ तो अन्य दंपतियों के भी सैंपल लिए जा सकते हैं.
बता दें कि बीते दिन अस्पताल में आई एक प्रसूता ने पहले बेटा और बाद में बेटी थमाने का आरोप लगाया था. पुलिस में मामला दर्ज कराने के बाद अब परिजनों द्वारा डीएनए टेस्ट की मांग पर नाहन पुलिस ने नवजात बेटी, प्रसूता संगीता व पिता कुशल के ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं.
गौरतलब है कि हाल ही में ददाहू के चूली गांव की 23 वर्षीय संगीता ने मेडिकल कॉलेज नाहन में नवजात को जन्म दिया था. रात करीब साढ़े 10 बजे गायनी वार्ड में ही दो अन्य महिलाओं की डिलीवरी हुई थी. संगीता की सास को बताया गया कि बेटा हुआ है. इसके बाद परिवार को बच्चा सौंपा गया. आरोप है कि कुछ ही देर बाद नर्सिंग स्टाफ ने फुट प्रिंट लेने की बात कहकर नवजात को दादी से ले लिया और बाद में उन्हें बेटी थमा दी थी. संगीता की सास के नवजात बदलने के आरोपों के बाद अस्पताल प्रशासन भी सकते में आ गया है.
उधर, एएसपी वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने डीएनए टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल लिए गए हैं. प्रयोगशाला से जल्द ही रिपोर्ट मिलने की उम्मीद है. इसके बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.