मंडी: जिला में बहुत सी संस्थाएं और लोग कोरोना काल में कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रही हैं. इसी कड़ी में मंडी साक्षरता व जन विकास समिति ने लॉकडाउन के दौरान जिला भर में मास्क बनाने और बांटने के साथ मास्क पहनने के लिए लोगों को प्रेरित किया, जबकि स्वामी पूर्णानंद मेमोरियल आयुर्वेद चिकित्सालय के प्रबंधन ने फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को च्यवनप्राश बांटने का कार्य शुरू किया है.
मंडी साक्षरता और जन विकास समिति के जिलाध्यक्ष ललित शर्मा ने बताया कि जिला के 4400 स्वयं सहायता समूहों और महिला मंडलों की मदद से 50 हजार मास्क बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन इससे तीन गुणा यानी डेढ़ लाख मास्क का निर्माण करके लोगों में बांटा गया है. उन्होंने कहा कि महिलाओं ने घर पर पड़े पुराने कपड़ों से मास्क बनाए और जब नया कपड़ा उपलब्ध हुआ तो उससे मास्क बनाने का कार्य शुरू किया गया. वहीं, समिति सह सचिव सुनीता ने बताया कि जब तक कोरोना का कहर थम नहीं जाता, तब तक अभियान इसी तरह जारी रहेगा.
शहर के गांधी भवन में संचालित स्वामी पूर्णानंद मेमोरियल आयुर्वेद चिकित्सालय के प्रबंधन ने फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को च्यवनप्राश बांटने का कार्य शुरू कर दिया है. जिला के 200 से अधिक पुलिस कर्मियों और जिला मुख्यालय के पत्रकारों को ये च्यवनप्राश बांटे गए हैं.
चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. एस के शर्मा ने बताया कि ये अभियान आने वाले समय में भी लगातार जारी रहेगा, क्योंकि फ्रंट लाइन पर खड़े लोग आज भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. वहीं, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. ओमराज बताते हैं कि च्यवनप्राश आयुर्वेद का सबसे उत्तम रसायन है, जिससे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
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