मंडी: प्रदेश सरकार द्वारा एचआरटीसी में लंबे समय से परिचालकों की भर्ती नहीं की जा रही है. जिस कारण कई डिपुओं में चालकों को ही परिचालकों की सेवाएं देनी पड़ रही है. यह बात स्टेट एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन ने भ्योली में एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन की राज्य स्तरीय बैठक के दौरान कही. बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय मुख्य सलाहकार प्यारेलाल कश्यप ने की. बैठक में राज्य स्तरीय पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं ने यूनियन के समक्ष अपनी मांगे भी रखी गई.
यूनियन का कहना है कि एचआरटीसी के कई डिपू परिचालकों की कमी से जूझ रहे और निगम प्रबंधन द्वारा चालकों से परिचालक की सेवाएं ली जा रही है, जोकि निगम प्रबंधन का गलत तरीका है, जिसे तुरंत प्रभाव से हटाया जाना चाहिए. यूनियन का कहना है कि चयन बोर्ड द्वारा जो परिचालकों की भर्ती की लिखित परीक्षा ली गई थी, उसका परिणाम भी घोषित किया जाए, ताकि परिचालकों की कमी को पूरी हो सके. यूनियन ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि सीटीयू की तर्ज पर एचआरटीसी लंबे रूटों पर ऐसी बसों का संचालन किया जाए. जिससे निगम की आय में बढ़ोतरी हो और यात्रियों को भी लाभ मिल सके.
इस मौके पर एचआरटीसी कंडक्टर यूनियन के प्रधान कृष्ण कुमार ने कहा कि यूनियन इन मांगों के बारे में प्रबंधन व सरकार को कई बार अवगत करवा चुकी है, लेकिन उनकी मांगों को अभी तक पूरा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि यूनियन ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से वार्ता का समय मांगा था जो अभी तक उन्हें नहीं दिया गया. जिस कारण परिचालकों में भारी रोष है. उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय बैठक में यूनियन ने आगामी रणनीति तैयार की गई है, ताकि सरकार के समक्ष यूनियन की मांगों को पुरजोर तरीके से उठाया जा सके.
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