मंडी: जिला मंडी के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी, तो मैदानी क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है. सराज, शिकारी, पराशर, बरोट, कमरूनाग घाटी में जमकर बर्फबारी हो रही है, तो वहीं निहरी और रोहंडा क्षेत्र में सीजन की पहली बर्फबारी हुई (heavy snowfall in himachal) है. बारिश और बर्फबारी रबी की फसलों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है.
रोहांडा पंचायत के पूर्व प्रधान प्रकाश चंद और निहरी के स्थानीय निवासी भगीरथ ने बताया कि निहरी, रोहांडा, चौकी, पंडार सहित आसपास के क्षेत्रों में सीजन की पहली बर्फबारी ( snowfall in mandi) हुई है. जिससे किसानों व बागबानों में खुशी की लहर है. उन्होंने कहा कि जनवरी माह में होने वाली बर्फबारी ज्यादा समय तक टिकी रहती है और यह पेड़-पौधों को लगने वाली बीमारियां से बचाती है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बिजली सप्लाई भी पूरी तरह से ठप हो चुकी है, जिस कारण लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है. एक ओर जहां किसान और बागबानों के चेहरों पर खुशी है, तो दूसरी ओर कुछ लोगों को कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ रहा (traffic interrupted in hp) है. बर्फबारी के कारण कई संपर्क सड़क मार्ग पर आवाजाही बाधित है.
उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी (dc mandi on weather) ने सभी लोगों से सावधानी बरतने और पहाड़ी इलाकों में न जाने की अपील की है. मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के चलते सभी नागरिकों और पर्यटकों को अधिक ऊंचाई व नदी-नालों के समीप जाने से बचने का आग्रह किया है. अरिंदम चौधरी ने सभी ग्राम पंचायत प्रधानों, गैर सरकारी सगठनों, ट्रैकर्स एवं नागरिकों से इस संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का अनुरोध किया है, जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके.
उपायुक्त ने कहा कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा व घटना की स्थिति में तत्काल प्रभाव से जिला आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र के फोन नबंर 01905-226201, 202, 203, 204 एवं 1077 ( टोल फ्री ) पर सूचित करें. बता दें कि मौसम विभाग की ओर से रविवार को भारी बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया था, जिसके बाद शनिवार देर रात से ही शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में बर्फबारी का दौर जारी है. बर्फबारी के चलते खासकर जनजातीय क्षेत्रों में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है.
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