मंडीः जनसंख्या के हिसाब से मंडी प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा जिला है. शहर में सुरक्षा और यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए पुलिस प्रशासन के लिए सीसीटीवी कैमरा तीसरी आंख का काम कर रहे हैं.
शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों से पुलिस यातायात नियम तोड़ने वालों, सड़क पर दुर्घटना, लूटपाट, छेड़छाड़ करने वालों पर लगातार नजर बनाए रखी हुई है. पुलिस प्रशासन की ओर से मंडी के विभिन्न चौराहों पर कैमरे लगाए गए हैं. बस स्टैंड, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का चौक, महामृत्युंजय मंदिर चौक, सेरी चांदनी, गांधी चौक शामिल हैं.
पुलिस अधीक्षक मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि शहर के विभिन्न चौराहे पर पुलिस प्रशासन ने 20 कैमरे लगाए हैं, जिनमें कुछ कैमरा आईपी अनेबल और कुछ कैमरा नंबर प्लेट रीडर है.
उन्होंने कहा कि 25 सीसीटीवी कैमरे बल्ह क्षेत्र में लगाए गए हैं. वहीं, 5 सीसीटीवी कैमरा जोगिंद्रनगर में भी स्थापित किए गए हैं. शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि मंडी टाउन एरिया में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का कंट्रोल रूम सिटी चौकी मंडी में बनाया गया है. एसपी ने कहा कि शहर में लगाए गए सभी 20 कैमरे काम कर रहे हैं और पुलिस प्रशासन की ओर से इनका रखरखाव भी सही तरीके से किया जा रहा है.
इसके अलावा कुछ कैमरे नगर परिषद मंडी ने भी शहर के कई एरिया में लगाए गए हैं. नगर परिषद मंडी कार्यकारी अधिकारी बीआर नेगी ने बताया कि नगर परिषद मंडी ने शहर के चार हॉटस्पॉट पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें माहूनाग, गर्ल्स स्कूल मंडी, डंपिंग साइट का एरिया शामिल है. उन्होंने कहा कि एक कैमरा इंदिरा मार्केट और टारना रोड के चौराहे पर लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह कैमरा पार्षदों के मांग के अनुसार वार्ड बार से दूसरे वार्ड में घूमता रहेगा.
इस दौरान इंदिरा मार्केट मंडी के प्रधान ने बताया कि उन्होंने नगर परिषद और जिला प्रशासन से इंदिरा मार्केट में 5 सीसीटीवी कैमरों की मांग की थी, जिसको अभी तक पूरा नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले इंदिरा मार्केट में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था, जो अब हटा दिया गया है. इंदिरा मार्केट के प्रधान ने बताया कि मार्केट में कुछ दुकानदारों ने खुद ही अपनी दुकानों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
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