ETV Bharat / city

करसोग में सर्दियों में भी जल संकट, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी - water problam in karsog

उपमंडल करसोग के तेबन पंचायत के शाला और खमारला गांव में सर्दी के दिनों में भी लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि एक महीने से यहां पानी की सप्लाई ठप पड़ी हुई है. विभाग द्वारा अस्थाई तौर पर समस्या का समाधान तो कर दिया जाता है, लेकिन स्थाई तौर पर कुछ नहीं हो रहा है.

people suffered with water problem at panchayat taiwan in karsog
करसोग में सर्दियों में भी जल संकट
author img

By

Published : Feb 2, 2020, 9:05 AM IST

Updated : Feb 2, 2020, 12:48 PM IST

करसोगः तेबन पंचायत के शाला और खमारला गांव में सर्दी के दिनों में भी लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार ग्रामीण बारिश के पानी को उबालकर पीने को मजबूर हैं. मवेशियों के लिए भी पीने के पानी की समस्या है.

ग्रामीणों का कहना है कि एक महीने से यहां पानी की सप्लाई ठप पड़ी हुई है. इस बारे में विभाग को भी कई बार बताया है, इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. विभाग द्वारा अस्थाई तौर पर समस्या का समाधान तो कर दिया जाता है, लेकिन स्थाई तौर पर कुछ नहीं हो रहा है.

महिला मंडल शाला की प्रधान कृष्णा शर्मा का कहना है कि घर में कनेक्शन होने के बाद भी मजबूरन पानी खरीदना पड़ रहा है. पानी नहीं मिलने पर भी विभाग को इसका भुगतान किया जा रहा है. ग्रामीणों का साफ कहना है कि विभाग पानी की सप्लाई नहीं करता है तो लोग बिलों का भुगतान नहीं करेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि जब सर्दी में पानी की समस्या पेश आ रही है तो गर्मी में क्या होगा.

महादेव युवक मंडल शाला के प्रधान महेंद्र कुमार का कहना है कि गांव में पानी की समस्या है. उन्होंने सरकार से समस्या के समाधान की मांग की है. महेंद्र ने कहा कि अब भी अगर समस्या का जल्द से जल्द समाधान नहीं हुआ तो मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ेगा.

वीडियो.

वहीं, आईपीएच विभाग करसोग डिवीजन के अधिशाषी अभियंता अशोक कुमार भूपल का कहना है कि लो वोल्टेज और पंप खराब होने से कुछ दिन समस्या पेश आई थी. लोगों की सुविधा के लिए हैंडपंप लगाए गए हैं. पंप भी रिपेयर किए जा चुके हैं. भविष्य में पानी की समस्या न हो इसके लिए बाईपास पेयजल लाइन भी बिछाई जा रही है.

ये भी पढ़ें- मंडी में 13.16 ग्राम चिट्टे के साथ 2 गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस

करसोगः तेबन पंचायत के शाला और खमारला गांव में सर्दी के दिनों में भी लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. जानकारी के अनुसार ग्रामीण बारिश के पानी को उबालकर पीने को मजबूर हैं. मवेशियों के लिए भी पीने के पानी की समस्या है.

ग्रामीणों का कहना है कि एक महीने से यहां पानी की सप्लाई ठप पड़ी हुई है. इस बारे में विभाग को भी कई बार बताया है, इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. विभाग द्वारा अस्थाई तौर पर समस्या का समाधान तो कर दिया जाता है, लेकिन स्थाई तौर पर कुछ नहीं हो रहा है.

महिला मंडल शाला की प्रधान कृष्णा शर्मा का कहना है कि घर में कनेक्शन होने के बाद भी मजबूरन पानी खरीदना पड़ रहा है. पानी नहीं मिलने पर भी विभाग को इसका भुगतान किया जा रहा है. ग्रामीणों का साफ कहना है कि विभाग पानी की सप्लाई नहीं करता है तो लोग बिलों का भुगतान नहीं करेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि जब सर्दी में पानी की समस्या पेश आ रही है तो गर्मी में क्या होगा.

महादेव युवक मंडल शाला के प्रधान महेंद्र कुमार का कहना है कि गांव में पानी की समस्या है. उन्होंने सरकार से समस्या के समाधान की मांग की है. महेंद्र ने कहा कि अब भी अगर समस्या का जल्द से जल्द समाधान नहीं हुआ तो मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ेगा.

वीडियो.

वहीं, आईपीएच विभाग करसोग डिवीजन के अधिशाषी अभियंता अशोक कुमार भूपल का कहना है कि लो वोल्टेज और पंप खराब होने से कुछ दिन समस्या पेश आई थी. लोगों की सुविधा के लिए हैंडपंप लगाए गए हैं. पंप भी रिपेयर किए जा चुके हैं. भविष्य में पानी की समस्या न हो इसके लिए बाईपास पेयजल लाइन भी बिछाई जा रही है.

ये भी पढ़ें- मंडी में 13.16 ग्राम चिट्टे के साथ 2 गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस

Intro:उपमंडल में तेबन के शाला गांव में लोग टैंकों में जमा पानी को उबालकर पीने के लिए मजबूर है। हैरानी की बात ये है कि प्रदेश में सर्दियों के मौसम में इस बार औसत से अधिक हुई बारिश और बर्फबारी के बाद भी गांव शाला और खमारला में लोगों के घरों को पिछले 31 दिनों से पानी की सप्लाई नहीं मिली है। Body:
इससे पहले भी इन दोनों ही गांवों को 70 दिन बाद पानी की सप्लाई दी गई थी। ऐसे में लोग टैंकों में जमा हुई पानी को उबालकर पीने के लिए मजबूर है। यही नहीं मवेशियों को तो लोगों को 500 रुपये देकर गाड़ियों में पानी मंगवाना पड़ रहा। इससे स्थानीय जनता में सरकार के प्रति भारी रोष है। भीषण पेयजल संकट से जूझ रहे लोग लगातार अपनी मांग प्रशासन से उठा रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी समस्या का कोई स्थाई समाधान नहीं हो पाया है। इस तरह लापरवाही से गुस्साए लोगों का दो टूक कहना है कि अगर अब भी प्रशासन ने मांग को अनसुना किया तो मजबूरन स्थानीय जनता को पानी की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ेगा। बड़ा सवाल ये है कि सर्दियों में अच्छी बारिश और बर्फबारी के बाद भी लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं तो आगे गर्मियों के सीजन में क्या होगा?

पानी गाड़ियों में ला रहे हैं तो बिल किसलिए:
शाला और खमारला में पानी के बिल वसूले जाने पर भी लोगों ने अब सवाल खड़े कर दिए हैं। नलों में महीनों पानी नहीं टपक रहा है, ऐसे में रोजमर्रा की जरूरत को पूरा करने को लोगों में पैसे देकर गाड़ियों में पानी मंगवाना पड़ रहा है। इतना सब कुछ होने के बाद भी आईपीएच विभाग हर महीने जनता से पानी के पूरे बिल वसूल रहा है। लोगों का कहना है कि जब महीनों नलों में पानी नहीं आ रहा है तो विभाग उनसे किस बात के बिल वसूल रहा है। ऐसे में लोगों ने भविष्य में पानी के बिलों के भुगतान करने से भी इंकार कर दिया है। महिला मंडल शाला की प्रधान कृष्णा शर्मा का कहना है कि घरों में नल लगे होने के बाद भी लोग पानी खरीद कर लाने के लिए मजबूर है। हर महीने लोगों के सैकड़ों रुपये गाडियों में पानी लाने पर खर्च हो जाते हैं, इसके बाद भी विभाग को पानी के बिलों का भुगतान अलग से करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि अब अगर विभाग पानी की सप्लाई नहीं करता है तो लोग पानी के बिलों का भुगतान नहीं करेंगे। गृहिणी सुशीला का कहना है कि गांव में पानी की बहुत अधिक समस्या है। ऐसे में लोगों को टैंकों में जमा छतों का पानी पीना पड़ता है। यहीं नहीं पानी की सप्लाई न आने से अब पशुओं को भी बेचने की नोबत आ गई है।

समस्या को नहीं सुना तो सड़कों पर उतरना पड़ेगा: महेंद्र
महादेव युवक मंडल शाला के प्रधान महेंद्र कुमार का कहना है कि गांव में पानी की बहुत ही विकट समस्या है। शिकायत करने के बाद ही पानी मिलता है। उन्होंने सरकार ने लोगों की समस्या के समाधान की मांग की है। महेंद्र ने कहा कि अब भी अगर समस्या को अनसुना किया गया तो मजबूरन लोगों को सड़कों पर उतरना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पानी के बिना लोग आदिवासियों की तरह जीवन जीने को मजबूर है।


Conclusion:आईपीएच विभाग करसोग डिवीजन के अधिशाषी अभियंता अशोक कुमार भूपल का कहना है कि बिजलीं की लो वोल्टेज की समस्या और पंप खराब होने से कुछ दिन समस्या आई थी, लेकिन अब पंप की रिपेयर हो गए है। उनका कहना है कि क्षेत्र में पानी की सप्लाई निर्धारित समय पर की जा रही हैं, जहां तक पीने के लिए भी पानी भी न मिलने की बात है तो ये संभव ही नहीं है। क्षेत्र में लोगों की सुविधा के लिए हैंडपंप भी लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त भविष्य में लोगों को पानी की किल्लत न झेलनी पड़े इसके लिए बाईपास पेयजल लाइन भी बिछाई जा रही है।





Last Updated : Feb 2, 2020, 12:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.