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बगशाड़ उप तहसील में पटवार सर्कल मिलाने के विरोध में तीन पंचायतों की जनता, CM को सौंपा ज्ञापन

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Published : Sep 3, 2021, 7:22 PM IST

चुराग पटवार सर्कल को बगशाड़ में मिलाए जाने के विरोध में तीन पंचायतों के लोगों ने एसडीएम से मुलाकात कर सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा है. लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने करसोग दौरे के दौरान चुराग में विकासखंड और बगशाड़ में उप तहसील खोलने सहित अन्य कई सौगातें दी हैं. इसका करसोग की जनता स्वागत करती है, लेकिन लोगों से पूछे बिना पटवार सर्कल बगशाड़ उप तहसील में मिलाए गए हैं इसको लेकर लोगों को भारी नाराजगी है.

People protest against merging Patwar circle
पटवार सर्कल मिलाने के विरोध में तीन पंचायतों की जनता.

करसोग: उपमंडल के बगशाड़ में खोली गई नई उप तहसील में लोगों से राय लिए बिना पटवार सर्कल मिलाए जाने पर जनता में भारी रोष है. यहां शुक्रवार को चुराग पटवार सर्कल को बगशाड़ में मिलाए जाने के विरोध में तीन पंचायतों के लोग एसडीएम कार्यालय पहुंचे. इस दौरान लोगों ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें मुख्यमंत्री से पटवार सर्कल चुराग को करसोग में ही रहने देने की मांग की गई है.

चुराग पटवार सर्कल के तहत तीन पंचायतें चुराग, मनोला व मतेहल पंचायत का एक मुहाल मरांडी कमांद पड़ता है, जिसे नई बनी उप तहसील बगशाड में मिलाया गया है. इस दौरान बड़ी समस्या में महिलाएं भी अपना विरोध जताने एसडीएम कार्यालय परिसर में पहुंची थी. लोगों का कहना था कि बगशाड में उप तहसील खोलने का कोई विरोध नहीं है, लेकिन केवल जनता की राय लिए बिना पटवार वृत्त को नई उप तहसील में मिलाए जाने को लेकर लोगों में रोष है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने करसोग दौरे के दौरान चुराग में विकासखंड और बगशाड़ में उप तहसील खोलने सहित अन्य कई सौगातें दी हैं. इसका करसोग की जनता स्वागत करती है, लेकिन लोगों से पूछे बिना जो पटवार सर्कल बगशाड़ उप तहसील में मिलाए गए हैं. इस पर लोगों को एतराज है. अगर पटवार सर्कलों को बगशाड़ उप तहसील में मिलाने से पहले लोगों से पूछा जाता तो इस तरह की दिक्कतें न आती. तीन पंचायतों ने अल्टीमेटम दिया है कि एसडीएम के माध्यम से सरकार को जो ज्ञापन सौंपा गया है उम्मीद है कि लोगों की बात को सुना जाएगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता उग्र आंदोलन करेगी. वहीं, शोरशन पंचायत की जनता उप तहसील पांगणा से बाहर होकर बगशाड़ में मिलना चाहती है. इस बारे शोरशन पंचायत की ओर से सरकार को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है.

चुराग पंचायत के उप प्रधान चेतन शर्मा का कहना है कि हमारी लड़ाई बगशाड़ में उप तहसील खोले जाने को लेकर नहीं है, लेकिन जिस तरीके से चुराग पटवार सर्कल को बगशाड़ में जोड़ा गया है, ये तरीका सही नहीं है. पटवार सर्कल को बगशाड़ में मिलाने से पहले लोगों की राय नहीं ली गई. उन्होंने कहा कि जनता चाहती है कि चुराग पटवार सर्कल को करसोग में ही रहने दिया जाए. चुराग से करसोग को 15 मिनट में परिवहन सुविधा है, लेकिन बगशाड़ के लिए बहुत कम बसें चलती हैं. ऐसे में एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर सरकार से मांग रखी गई है. हमें उम्मीद है कि लोगों की मांग को सुना जाएगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता उग्र आंदोलन करेगी.

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चुराग पटवार सर्कल के तहत तीन पंचायतें चुराग, मनोला व मतेहल पंचायत का एक मुहाल मरांडी कमांद पड़ता है, जिसे नई बनी उप तहसील बगशाड में मिलाया गया है. इस दौरान बड़ी समस्या में महिलाएं भी अपना विरोध जताने एसडीएम कार्यालय परिसर में पहुंची थी. लोगों का कहना था कि बगशाड में उप तहसील खोलने का कोई विरोध नहीं है, लेकिन केवल जनता की राय लिए बिना पटवार वृत्त को नई उप तहसील में मिलाए जाने को लेकर लोगों में रोष है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री ने करसोग दौरे के दौरान चुराग में विकासखंड और बगशाड़ में उप तहसील खोलने सहित अन्य कई सौगातें दी हैं. इसका करसोग की जनता स्वागत करती है, लेकिन लोगों से पूछे बिना जो पटवार सर्कल बगशाड़ उप तहसील में मिलाए गए हैं. इस पर लोगों को एतराज है. अगर पटवार सर्कलों को बगशाड़ उप तहसील में मिलाने से पहले लोगों से पूछा जाता तो इस तरह की दिक्कतें न आती. तीन पंचायतों ने अल्टीमेटम दिया है कि एसडीएम के माध्यम से सरकार को जो ज्ञापन सौंपा गया है उम्मीद है कि लोगों की बात को सुना जाएगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता उग्र आंदोलन करेगी. वहीं, शोरशन पंचायत की जनता उप तहसील पांगणा से बाहर होकर बगशाड़ में मिलना चाहती है. इस बारे शोरशन पंचायत की ओर से सरकार को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है.

चुराग पंचायत के उप प्रधान चेतन शर्मा का कहना है कि हमारी लड़ाई बगशाड़ में उप तहसील खोले जाने को लेकर नहीं है, लेकिन जिस तरीके से चुराग पटवार सर्कल को बगशाड़ में जोड़ा गया है, ये तरीका सही नहीं है. पटवार सर्कल को बगशाड़ में मिलाने से पहले लोगों की राय नहीं ली गई. उन्होंने कहा कि जनता चाहती है कि चुराग पटवार सर्कल को करसोग में ही रहने दिया जाए. चुराग से करसोग को 15 मिनट में परिवहन सुविधा है, लेकिन बगशाड़ के लिए बहुत कम बसें चलती हैं. ऐसे में एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन सौंप कर सरकार से मांग रखी गई है. हमें उम्मीद है कि लोगों की मांग को सुना जाएगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता उग्र आंदोलन करेगी.

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