करसोग/मंडीः करसोग नगर पंचायत के विरोध में लोगों ने गुरुवार को आक्रोश रैली निकाली. जिसमें न्यारा वार्ड के पार्षद, आम जनता व कारोबारियों ने हिस्सा लिया. ये रैली पुराना बाजार से शुरू हुई और बस स्टैंड से होकर एसडीएम कार्यालय तक पहुंची.
इस दौरान लोगों ने एसडीएम के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा. जिसमें लोगों ने सरकार से करसोग क्षेत्र को नगर पंचायत की परिधि से बाहर करने का अल्टीमेटम दिया है. लोगों का कहना है अगर करसोग को नगर पंचायत से बाहर नहीं किया गया तो आने वाले शहरी निकायों का बहिष्कार किया जाएगा.
एसडीएम कार्यालय में नगर पंचायत विरोध संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने रैली को संबोधित किया. पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार ने लोगों सहमति के बिना ही ग्रामीण क्षेत्रों नगर पंचायत परिधि को शामिल किया गया था. अब सरकार ने लोअर करसोग व दछेहण के कुछ क्षेत्रों को अपनी मर्जी से नगर पंचायत में शामिल कर दिया है.
इसका डीसी मंडी को ज्ञापन के माध्यम विरोध जता चुकी है. लोगों ने सरकार से आग्रह किया है कि करसोग को जल्द से जल्द नगर पंचायत परिधि से बाहर किया जाए नहीं तो जनता को मजबूरन सड़कों में उतरना पड़ेगा.
संघर्ष समिति का कहना है कि करसोग में टीसीपी एक्ट लागू होने के बाद लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा. भवनों के नक्शे पास नहीं हो रहे हैं. ऐसे में भवन मालिकों बिजली और पानी के कनेक्शन लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इसी तरह से नगर पंचायत लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने में भी पूरी तरह ने नाकाम रही है. करसोग में न तो सार्वजनिक शौचालय की सुविधा है और न ही पार्किंग की व्यवस्था है. सड़क और पानी की निकासी की नालियों की हालत भी खस्ता है. इसी तरह से लोगों को स्वच्छ पेयजल भी नहीं मिल रहा है. इन सभी तरह की परेशानियों को देखते हुए करसोग की जनता नगर पंचायत में नही रहना चाहती है.
नगर पंचायत विरोध संघर्ष समिति के अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज का कहना है कि जनता नगर पंचायत का विरोध कर रही है. लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है. भवनों के नक्शे पास नहीं हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि नगर पंचायत में हर तरफ लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.