करसोग: आज के दौर में एक रुपए के लिए भी जहां लोगों को ईमान डगमगा जाता है, वहीं कुछ दिन पहले करसोग उपमंडल के छात्रों ने बाजार में गिरे पर्स को मालिक तक पहुंचाया था. जिसके बाद ईमानदारी की मिसाल पेश करने पर स्थानीय पंचायत ने दोनों छात्रों को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया था. जिसके तहत वीरवार को सरस्वती विद्या मंदिर चुराग में (Saraswati Vidya Mandir Churag) दसवीं कक्षा में पढ़ रहे इन दोनों छात्रों की ईमानदारी को पंचायत सहित समाजसेवियों ने भी सलाम किया है.
यहां पंचायत जन प्रतिनिधि सहित समाज सेवियों ने दोनों ही होनहार और संस्कारी छात्रों को स्कूल में जाकर सम्मानित किया. चुराग पंचायत के उप प्रधान और समाजसेवी लहोट गांव के रोशन लाल शर्मा ने दोनों छात्रों को गुरुजनों की उपस्थिति में पुरस्कृत किया. वहीं, स्कूल की प्रधानाचार्य तृप्ता गौतम ने भी छात्रों की ईमानदारी को सराहा है. उन्होंने कहा है कि छात्रों को जो संस्कार मिले हैं, वह समाज की भलाई के काम आ रहे हैं.
बता दें कि पेशे से मिस्त्री का काम करने वाले हरिसरन का पैसों और जरूरी कागजों से भरा पर्स चुराग बाजार में खरीददारी करते वक्त खो गया था. जो छुट्टी होने के बाद वहां से गुजर रहे सरस्वती विद्यामंदिर चुराग के दो छात्रों गौरव ठाकुर और गौरव नेगी को सड़क पर मिला. लेकिन दोनों ही छात्रों ने लालच में न आकर पर्स को ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात गृह रक्षक (Students return purse full of money) को सौंप दिया.
वहीं, गृह रक्षक ने भी अपना फर्ज निभाते हुए पर्स को वापस मालिक तक पहुंचाने में पूरा सहयोग किया. ऐसे में छात्रों की ईमानदारी के चर्चे पूरे क्षेत्र में हो रहे हैं. लोगों ने अच्छे संस्कार देने पर गुरुजनों और माता पिता का धन्यावाद प्रकट किया है. चुराग पंचायत के उप प्रधान चेतन शर्मा ने बताया कि आज के दौर में छात्र, नशे जैसी समाजिक बुराई के चक्रव्यूह में फंस रहे हैं, वहीं कई ऐसे भी होनहार छात्र हैं, जो समाज में मिसाल पेश कर (Students return purse full of money) रहे हैं. वहीं, सरस्वती विद्या मंदिर चुराग की प्रधानाचार्य तृप्ता गौतम का कहना है कि स्कूल के छात्रों ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए स्कूल का नाम का रोशन किया है. उन्होंने कहा कि संस्थान और अभिभावकों ने छात्रों को संस्कार दिए हैं.