करसोग/मंडी: उपमंडल करसोग के खनेयोल बगड़ा के तहत आने वाले शाहौट में दो वर्षीय बच्ची का दादा भी कोरोना पॉजीटिव पाया गया है. पीड़ित की रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन द्वारा उसे मंडी स्थित कोविड-19 केयर सेंटर में शिफ्ट किया गया है.
राहत की खबर ये है कि छह जुलाई को दिल्ली से लौटा पूरा परिवार होम क्वारंटाइन था. ऐसे में क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति परिवार के संपर्क में नहीं आया है. केवल परिवार के लोग ही प्राइमरी संपर्क में थे, इसलिए क्षेत्र में कोरोना का दूसरा केस सामने आने के बाद लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है.
बता दें कि पिछले सप्ताह दो वर्षीय बच्ची कोरोना पॉजीटिव पाई गई थी. जिससे मकान के 25 मीटर दायरे को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है और यहां पर लोगों की आवाजाही पर पूर्णत प्रतिबंध रखा गया है. हालांकि प्रशासन की ओर से अधिकृत गाड़ियों को ही उक्त स्थान पर आने की अनुमति दी गई है, ताकि इलाके में जरूरी खाद्य वस्तुएं पहुंचाई जा सके.
कोरोना केस का दूसरा मामला सामने आने पर शाहौट के पूरे क्षेत्र को जिला प्रशासन द्वारा बफर जोन घोषित किया गया है. हालांकि कृषि और बागवानी संबधित कार्यों को करने की ही अनुमति दी गई है, लेकिन इस दौरान किसानों और बागवानों को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा. वहीं, क्षेत्र में मवेशियों को चारा पहुंचाने के लिए पंचायत की ड्यूटी लगाई गई है.
एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 22 जुलाई को करसोग के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना जांच के लिए 36 सैंपल लिए थे. जिसमें से एक सैंपल की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. उन्होंने कहा कि पीड़ित को मंडी स्थित कोविड-19 केयर सेंटर में शिफ्ट किया गया है और ये केस पहले केस का प्राइमरी संपर्क का केस है.
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