मंडी: हिमाचल में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री पंडित सुखराम (pandit sukhram in mandi) का परिवार एक बार फिर चर्चा में है. इस बार चर्चा का विषय है सदर विधायक अनिल शर्मा व उनके पुत्र आश्रय शर्मा (anil aashray appeared together on stage) का एक ही कार्यक्रम में शामिल होना.
हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष विधानसभा (himachal assembly election 2022) चुनाव होने हैं. चुनावी वर्ष शुरू होते ही सदर विधायक अनिल शर्मा ने जनसंपर्क अभियान छेड़ दिया है. रविवार शाम को इस जनसंपर्क अभियान में उनके पुत्र आश्रय शर्मा भी कुछ समय के लिए शामिल हुए. पिता-पुत्र के एक मंच पर कार्यक्रम में शामिल होने का फोटो भी सामने आया है. कार्यक्रम का आयोजन कोटली क्षेत्र (anil sharma in kotli mandi) के तहत ग्राम पंचायत स्वाड़ी में किया गया था.
अनिल शर्मा से जब इस तस्वीर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे स्वाड़ी पंचायत में अपने जनसंपर्क अभियान (anil sharma public relations campaign) के तहत गए हुए थे. आश्रय भी कुछ ही दूरी पर आयोजित एक खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए यहां आया हुआ था. जैसे ही उसे मेरे यहां होने की सूचना मिली, तो थोड़ी देर के लिए आश्रय भी उस कार्यक्रम में शामिल होने आ गया. वहीं, आश्रय शर्मा से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने भी यही बात बताई.
विधायक अनिल शर्मा ने बताया कि उन्हें जनसंपर्क अभियान के दौरान सदर क्षेत्र की जनता का अपार समर्थन मिल रहा है. वे गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क साध रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होकर अपना समर्थन जता रहे हैं.
बता दें कि सदर विधायक अनिल शर्मा और उनके पुत्र आश्रय शर्मा यह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि भविष्य में पिता और पुत्र एक ही राजनीतिक दल में रहेंगे. यह दल कौन सा होगा, इसका फैसला सदर की जनता करेगी. अभी अनिल शर्मा सदर से भाजपा के विधायक हैं. वहीं, आश्रय शर्मा 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस में शामिल हो गए थे और इस समय कांग्रेस पार्टी में प्रदेश महासचिव हैं.