करसोग/मंडी: करसोग में बीपीएल चयन में फर्जीवाड़े की लगातार सामने आ रही शिकायतों को प्रशासन गंभीरता से ले रहा है. बीपीएल सूची में केवल पात्र परिवार ही शामिल हों और अपात्र लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सके, इसके लिए प्रशासन ने सरकार की ओर से निर्धारित मापदंडों की सख्ती के साथ पालना करने के आदेश दिए हैं.
करसोग में लंबे समय बाद 2 अक्तूबर को सभी पंचायतों में ग्राम सभा की बैठकें होंगी, जिसमें बीपीएल सूची की समीक्षा की जाएगाी. ऐसे में बीपीएल परिवारों की चयन प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ पूरी हो, इसको लेकर करसोग में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें एसडीएम सन्नी शर्मा ने पंचायत प्रधानों और सचिवों को बीपीएल सूची के चयन को लेकर सरकार की और से तय मापदंडों के बारे में जानकारी दी, ताकि आगामी ग्राम सभा की बैठक में बीपीएल सूची को लेकर लोगों को शिकायत करने का मौका न मिल सके.
प्रदेश में साल में सिर्फ एक बार अप्रैल माह में आयोजित होने वाली ग्राम सभा की बैठक में बीपीएल के चयन और समीक्षा की अनुमति है. इसके अतिरिक्त बिना सरकार की अनुमति के आम ग्राम सभा की बैठकों में बीपीएल सूची की समीक्षा को स्वीकार नहीं किया जाएगा, लेकिन कोविड काल को देखते हुए करसोग में अप्रैल 2020 और अप्रैल 2021 को ग्राम सभा की बैठकें स्थगित की गई थी. ऐसे में लंबे समय से बीपीएल सूची की समीक्षा नहीं हो सकी थी. इसलिए अब 2 अक्टूबर को उपमंडल की सभी पंचायतों में बीपीएल सूची की समीक्षा होगी.
एसडीएम सन्नी शर्मा का कहना है कि, ग्रामीण विकास विभाग से 2 अक्तूबर को ग्राम सभा में बीपीएल सूची की समीक्षा करने निर्देश प्राप्त हुए हैं. विभाग के आदेशों के बारे में अवगत करवाने के लिए पंचायत प्रधानों और सचिवों की कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें सभी को बीपीएल चयन के लिए सरकार की ओर से तय मापदंडों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि बीपीएल चयन को लेकर प्राप्त हो रही शिकायतों के मामले में कमी लाई जा सके.
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