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करसोग में पंचायत सचिव की लापरवाही, युवक को नहीं दिया Unemployment Certificate, नहीं कर पाया जॉब के लिए आवेदन

करसोग में पंचायत सचिव की लापरवाही एक बेरोजगार युवक को रोजगार मिलने पर भारी पड़ गई है. यहां उपमंडल के तहत चौरीधार गांव के कुलदीप सिंह को पंचायत सचिव की ओर से बेरोजगार प्रमाण पत्र जारी न करने से युवक लोक निर्माण विभाग में भरे जा रहे पार्ट टाइम मल्टी टास्क वर्कर के लिए (Karsog Panchayat Secretary did not give Unemployment Certificate) आवेदन नहीं कर पाया. एसडीएम को लिखित शिकायत में युवक के पिता मान सिंह ने अपने घर की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला दिया. शिकायतकर्ता ने प्रशासन से पंचायत सचिव के खिलाफ जांच कर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

Karsog Panchayat Secretary did not give Unemployment Certificate
करसोग में पंचायत सचिव की लापरवाही
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Published : Jun 9, 2022, 8:03 PM IST

मंडी: करसोग में पंचायत सचिव की लापरवाही एक बेरोजगार युवक को रोजगार मिलने पर भारी पड़ गई है. यहां उपमंडल के तहत चौरीधार गांव के कुलदीप सिंह को पंचायत सचिव की ओर से बेरोजगार प्रमाण पत्र जारी न करने से युवक लोक निर्माण विभाग में भरे जा रहे पार्ट टाइम मल्टी टास्क वर्कर के लिए आवेदन नहीं कर पाया. जिससे युवक को रोजगार मिलने की उम्मीद पर पानी फिर गया है. इस मामले की शिकायत कुलदीप सिंह के पिता मान सिंह ने एसडीएम को दी है और मामले में कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

एसडीएम को लिखित शिकायत में युवक के पिता मान सिंह ने अपने घर की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला दिया. मान सिंह ने शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि वह अनुसूचित जाति के एक गरीब परिवार से संबंध (Karsog Panchayat Secretary did not give Unemployment Certificate) रखता है. उनके परिवार में कुल चार सदस्य हैं और कोई भी सरकारी और गैर सरकारी नौकरी पर नहीं है, जबकि परिवार के पास कुल 00-08-00 भूमि है. इसलिए उनके बेटे कुलदीप सिंह को बेरोजगार प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी, ताकि वह लोक निर्माण विभाग में भरे जा रहे पार्ट टाइम मल्टी टास्क वर्कर के लिए आवेदन कर सके.

हालांकि ग्राम पंचायत चौरीधार के प्रधान ने अपनी रिपोर्ट भी दी थी, लेकिन पंचायत सचिव ने रिपोर्ट को सत्यापित नहीं किया और उसे लोक मित्र केंद्र भेज दिया. यहां भी रिपोर्ट को पंचायत सचिव के बिना सत्यापित किए प्रमाण पत्र बनाने से इंकार किया गया. जिस पर शिकायतकर्ता बार-बार पंचायत सचिव से मोबाइल फोन के माध्यम से संपर्क करता रहा रहा. लेकिन दूसरी तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला और काम की व्यस्तता का हवाला देकर पंचायत सचिव ने बात को टालमटोल कर दिया. ऐसे में अंतिम दिन होने की वजह से मान सिंह का पुत्र पार्ट टाइम मल्टी टास्क वर्कर के लिए आवेदन नहीं कर सका.

इसके लिए शिकायतकर्ता ने प्रशासन से पंचायत सचिव के खिलाफ जांच कर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है. ताकि मान सिंह को न्याय मिल सके और भविष्य में सरकारी कर्मचारी किसी अन्य बेरोजगार युवाओं के साथ भी ऐसा खिलवाड़ न कर सके. वहीं, एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर का (SDM Karsog Surender Thakur) कहना है कि पंचायत सचिव के खिलाफ एक शिकायत आई है. जिसे जांच के लिए बीडीओ को भेज दिया गया है. वहीं, बीडीओ अमित कैथलैक का कहना है कि सचिव के खिलाफ मिली शिकायत के संबंध में जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है. जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी.

मंडी: करसोग में पंचायत सचिव की लापरवाही एक बेरोजगार युवक को रोजगार मिलने पर भारी पड़ गई है. यहां उपमंडल के तहत चौरीधार गांव के कुलदीप सिंह को पंचायत सचिव की ओर से बेरोजगार प्रमाण पत्र जारी न करने से युवक लोक निर्माण विभाग में भरे जा रहे पार्ट टाइम मल्टी टास्क वर्कर के लिए आवेदन नहीं कर पाया. जिससे युवक को रोजगार मिलने की उम्मीद पर पानी फिर गया है. इस मामले की शिकायत कुलदीप सिंह के पिता मान सिंह ने एसडीएम को दी है और मामले में कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

एसडीएम को लिखित शिकायत में युवक के पिता मान सिंह ने अपने घर की खराब आर्थिक स्थिति का हवाला दिया. मान सिंह ने शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि वह अनुसूचित जाति के एक गरीब परिवार से संबंध (Karsog Panchayat Secretary did not give Unemployment Certificate) रखता है. उनके परिवार में कुल चार सदस्य हैं और कोई भी सरकारी और गैर सरकारी नौकरी पर नहीं है, जबकि परिवार के पास कुल 00-08-00 भूमि है. इसलिए उनके बेटे कुलदीप सिंह को बेरोजगार प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी, ताकि वह लोक निर्माण विभाग में भरे जा रहे पार्ट टाइम मल्टी टास्क वर्कर के लिए आवेदन कर सके.

हालांकि ग्राम पंचायत चौरीधार के प्रधान ने अपनी रिपोर्ट भी दी थी, लेकिन पंचायत सचिव ने रिपोर्ट को सत्यापित नहीं किया और उसे लोक मित्र केंद्र भेज दिया. यहां भी रिपोर्ट को पंचायत सचिव के बिना सत्यापित किए प्रमाण पत्र बनाने से इंकार किया गया. जिस पर शिकायतकर्ता बार-बार पंचायत सचिव से मोबाइल फोन के माध्यम से संपर्क करता रहा रहा. लेकिन दूसरी तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला और काम की व्यस्तता का हवाला देकर पंचायत सचिव ने बात को टालमटोल कर दिया. ऐसे में अंतिम दिन होने की वजह से मान सिंह का पुत्र पार्ट टाइम मल्टी टास्क वर्कर के लिए आवेदन नहीं कर सका.

इसके लिए शिकायतकर्ता ने प्रशासन से पंचायत सचिव के खिलाफ जांच कर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है. ताकि मान सिंह को न्याय मिल सके और भविष्य में सरकारी कर्मचारी किसी अन्य बेरोजगार युवाओं के साथ भी ऐसा खिलवाड़ न कर सके. वहीं, एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर का (SDM Karsog Surender Thakur) कहना है कि पंचायत सचिव के खिलाफ एक शिकायत आई है. जिसे जांच के लिए बीडीओ को भेज दिया गया है. वहीं, बीडीओ अमित कैथलैक का कहना है कि सचिव के खिलाफ मिली शिकायत के संबंध में जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है. जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी.

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