सुंदरनगर/मंडी : कोरोना महामारी की मार टैक्सी चालकों पर सीधे तौर पर पड़ी है. प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लगाया गया था, जिसमें वाहनों की आवाजाही भी पूर्ण तौर से बंद थी. वहीं, अब पूरे देश में ऑनलाक वन शुरू हो चुका है लेकिन टैक्सी चालकों की समस्या अभी भी कम नहीं हुई है.
दो महीने से ज्यादा के समय के लिए ट्रैक्सी चलाने पर लगी रोक ने चालकों की परेशानी बढ़ा दी है. वहीं, प्रदेश सरकार की ओर से टैक्सी चालकों को राहत देते हुए विभिन्न प्रकार के टैक्स को माफ करने की घोषणा की गई थी, लेकिन वर्तमान में प्रदेश सरकार व परिवहन विभाग टैक्सी चालकों से टैक्स वसूल कर रहे हैं. टैक्सी चालकों का कहना है कि लॉकडाउन खुलने के बावजूद उन्हें सवारियां नहीं मिला पा रही हैं. इसके बावजूद भी सरकार टैक्स भरने के लिए मजबूर कर रही है.
जानकारी देते हुए टैक्सी यूनियन सुंदरनगर के प्रधान चुनी लाल ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते देशभर में सरकार ने लॉकडाउन लगाया था, लेकिन अब ऑनलाक होने के बाद भी टैक्सी चालकों को सवारियां नहीं मिल रही है. जिस कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
चुन्नी लाल ने कहा कि सरकार ने टैक्सी चालकों के पैसेंजर टैक्स, टोल टैक्स और दस्तावेज का टैक्स माफ करने की बात कहीं थी, लेकिन विभाग इसके बाबजूद भी टैक्स ले रही है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि टैक्सी चालकों का पैसेंजर टैक्स, टोल टैक्स और अन्य दस्तावेजों के टैक्स माफ किए जाएं जिससे लॉकडाउन के चलते टैक्सी चालकों को थोड़ी राहत मिल सके.
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