मंडी: कोरोना वायरस के चलते गरीब वर्ग संकट के दौर से गुजर रहा है. लॉकडाउन व कर्फ्यू के बीच बीपीएल परिवारों को रोजी-रोटी की सबसे अधिक चिंता सता रही है. इस दौर में छोटी काशी मंडी की 35 प्रतिशत आबादी को प्रधानमंत्री अन्न योजना का सहारा मिला है. जिला के 4 लाख 18 हजार 361 लोगों को इस योजना का लाभ मिल चुका है.
जिला के 1 लाख 10 हजार 505 राशनकार्ड धारकों को उचित मूल्यों की दुकानों के माध्यम से प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत 1 महीने का मुफ्त राशन बांटा गया है और 2 महीनों का राशन अगले महीने बांटा जाएगा. यह परिवार एनएफएसए के तहत आने परिवार वाले हैं और इसमें बीपीएल, अंतोदय और प्राथमिक गृहस्तियां शामिल हैं. ऐसे परिवारों को प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत लॉकडाउन की स्थिति में मुफ्त राशन बांटा जा रहा है. भारत सरकार ने अब बांटे जा रहे राशन में कुछ और खाद्य सामग्री को भी शामिल किया है. इस योजना के तहत जिन पात्र लोगों को राशन मिल रहा है, उन्हें इस महीने से मुफ्त में चने की दाल भी बांटी जाएगी.
खाद्य आपूर्ति विभाग मंडी के जिला नियंत्रक लक्ष्मण कनेट ने बताया कि प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत जिला के लोगों के लिए 62 हजार 880 क्विंटल राशन की खेप पहुंच चुकी है, जिसमें से अप्रैल महीने में 20 हजार 960 क्विंटल राशन बांटा जा चुका है. उन्होंने बताया कि अगले 2 महीनों का राशन भी जिला में उपलब्ध है और इसे चरणबद्ध ढंग से वितरित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि जिला में 3234 क्विंटल चना दाल पंहुच चुकी है और 1 महीने के लिए 1078 क्विंटल दाल के आबंटन का काम शुरू कर दिया गया है. यह दाल एनएफएसए के तहत आने वाले प्रत्येक राशन कार्ड धारक को 1 किलो दी जाएगी.
वहीं, विभाग के माध्यम से चलाई जाने वाली उज्जवला योजना के तहत जिला की 22 हजार 223 पात्र गृहणियों के खाते में गैस सिलेंडर को रिफिल करवाने के लिए 791 रुपये की राशि जमा करवा दी गई है. अगले 2 महीनों में इन महिलाओं को दोबारा से गैस सिलेंडर रिफिल करवाने के लिए अलग से सहायता दी जाएगी. वहीं, लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत बीपीएल परिवार धारकों को मुफ्त राशन मुहैया करवाने पर राहत की सांस मिली है. बीपीएल उपभोक्ताओं का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन व कर्फ्यू ने राशन व चूल्हा जलाने को लेकर चिंता में डाल दिया था, लेकिन लॉकडाउन में केंद्रीय योजनाएं हमारे लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है.