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Earthquake in himachal: हिमाचल में फिर कांपी धरती, जिला मंडी में भूकंप के झटके महसूस किए गए

हिमाचल में एक बार फिर भूकंप (Earthquake in himachal) के झटके महसूस किए गए हैं. इसकी पुष्टि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National center for seismology) ने की है. हिमाचल के पास भूकंप की बेहद दुखदाई यादें हैं. पिछली सदी में 4 अप्रैल 1905 को कांगड़ा में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया जिसमें 20 हजार से अधिक लोगों की जान गई. वर्ष 1906 में 28 फरवरी को कुल्लू में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था.

earthquake in mandi
हिमाचल में भूकंप
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Published : Nov 28, 2021, 2:11 PM IST

मंडी: हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी(Earthquake in himachal) में एक बार फिर भूकंप (Earthquake in himachal) के झटके महसूस किए गए हैं. रविवार दोपहर के समय भूकंप के झटके महसूस हुए हैं. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई है. हालांकि भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. इसकी पुष्टि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National center for seismology) ने की है. इससे पहले 23 नवंबर को भी मंडी में भूकंप के झटके (earthquake in kangra) महसूस किए गए थे.

हिमाचल प्रदेश भूकंप (Earthquake) के लिहाज से बेहद संवेदनशील जोन (sensitive zone) में आता है. पिछली सदी में वर्ष 1905 में आए विनाशकारी भूकंप की भयावह यादें अभी भी दहशत पैदा कर देती हैं. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश (Hill State Himachal Pradesh) के लोग अक्सर भूकंप के डर से सहमे रहते हैं. भूकंप (Earthquake) की दृष्टि से संवेदनशील पांचवें जोन में पड़ने वाले हिमाचल में इस साल 53 छोटे बड़े भूकंप आ चुके हैं. यदि अक्टूबर और नवंबर महीने की बात करें तो छह बार भूकंप आ चुका है.

हिमाचल के पास भूकंप की बेहद दुखदाई यादें हैं. पिछली सदी में 4 अप्रैल 1905 को कांगड़ा में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया जिसमें 20 हजार से अधिक लोगों की जान गई. वर्ष 1906 में 28 फरवरी को कुल्लू में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था.

ये भी पढ़ें: एक साल में हिमाचल में 50 से अधिक बार भूकंप, डर से ज्यादा सतर्कता जरूरी

मंडी: हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी(Earthquake in himachal) में एक बार फिर भूकंप (Earthquake in himachal) के झटके महसूस किए गए हैं. रविवार दोपहर के समय भूकंप के झटके महसूस हुए हैं. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.6 मापी गई है. हालांकि भूकंप की तीव्रता कम होने की वजह से किसी भी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. इसकी पुष्टि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National center for seismology) ने की है. इससे पहले 23 नवंबर को भी मंडी में भूकंप के झटके (earthquake in kangra) महसूस किए गए थे.

हिमाचल प्रदेश भूकंप (Earthquake) के लिहाज से बेहद संवेदनशील जोन (sensitive zone) में आता है. पिछली सदी में वर्ष 1905 में आए विनाशकारी भूकंप की भयावह यादें अभी भी दहशत पैदा कर देती हैं. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश (Hill State Himachal Pradesh) के लोग अक्सर भूकंप के डर से सहमे रहते हैं. भूकंप (Earthquake) की दृष्टि से संवेदनशील पांचवें जोन में पड़ने वाले हिमाचल में इस साल 53 छोटे बड़े भूकंप आ चुके हैं. यदि अक्टूबर और नवंबर महीने की बात करें तो छह बार भूकंप आ चुका है.

हिमाचल के पास भूकंप की बेहद दुखदाई यादें हैं. पिछली सदी में 4 अप्रैल 1905 को कांगड़ा में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया जिसमें 20 हजार से अधिक लोगों की जान गई. वर्ष 1906 में 28 फरवरी को कुल्लू में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था.

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