मंडी: हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर 22 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव व मेले का शुभारम्भ करेंगे, जबकि महोत्सव का समापन प्रदेश के राज्यपाल 28 फरवरी को करेंगे. यह जानकारी मंडी में डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव व मेले को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता में दी.
डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि शिवरात्रि महोत्सव में इस बार हिमाचल के 50 वर्षों के स्वर्णिम इतिहास और विकास की गाथा की झलक देखने को मिलेगी. हिमाचल के 50 वर्षों के सफर को जलेब में झांकियों के माध्यम से दर्शाया जाएगा. इसके साथ ही सांस्कृतिक संध्याओं में थिरकन कार्यक्रम के माध्यम से भी हिमाचल के विकास के सफर को सभी के सामने प्रस्तुत किया जाएगा. महोत्सव के दौरान 22,25 व 28 फरवरी को शहर के राज माधव राय मंदिर से पड्डल तक भव्य तीन जलेब निकाली जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सांस्कृति संध्याओं में 3 हिमाचली संध्याएं, एक सूफी व एक पंजाबी नाइट रखी गई है.
डीसी ने बताया कि इस वर्ष हिमाचल प्रदेश अपने 50 वर्ष में प्रवेश कर गया है. जिसके चलते इस बार मंडी के शिवरात्रि महोत्सव की थीम 'सामान्य से सर्वमान्य' रखी गई है. इस वजह से शिवरात्रि महोत्सव में हिमाचल के स्वर्णिम सफर को दर्शाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. डीसी मंडी ने बताया कि हिमाचल के इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए जलेब में प्रदेश के 9 विभागों के माध्यम से हुई विकास कार्यों को दिखाने का प्रयास किया जाएगा. इसके साथ ही पड्डल में होने वाली 25 फरवरी की सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल की संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
उपायुक्त ने बताया कि पड्डल में लगने वाली सरकारी प्रदर्शनी में भी हिमाचल के 50 वर्षों के स्वर्णिम सफर की झलक से संबंधित प्रदर्शनी लगाई जाएगी. जिससे सभी लोगों को हिमाचल के 50 वर्षों के विकास के सफर को जानने का मौका मिलेगा. इस दौरान शिवरात्रि की मार्ग दशिका का विमोचन भी किया जाएगा. डीसी मंडी ने बताया कि मेले के लिए प्रशासन ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली है. इमारतों आदि में रंग रोगन का काय्र प्रगति पर है. हर बार की भांति इस वर्ष भी शिवरात्रि मेले में 216 देवी देवताओं को निमंत्रित किया गया है. उपायुक्त ने सभी से शिवरात्रि महोत्सव में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आहवान भी किया है. प्रेस वार्ता के दौरान एडीसी , एडीएम, एएसपी, नगर परिषद की अध्यक्षा सुमम ठाकुर भी मौजूद रहीं.
ये भी पढ़ें: शिवरात्रि स्पेशल: बैजनाथ में भक्तों के दुखों को हरते हैं भोलेनाथ