मंडी: दो बार अपना वीडियो संदेश जारी कर प्रदेश सरकार और सीएम जयराम ठाकुर पर प्रहार करने के बाद सदर भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने अब एक बार फिर वीडियो संदेश जारी करके अपनी ही सरकार पर भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए हैं.
इस बार विधायक अनिल शर्मा ने मीडिया कर्मियों के साथ विधानसभा में लिखित जबाव की कॉपी भी शेयर की है जिससे पता चल रहा है कि मंडी जिला में सराज और धर्मपुर में ही पैसों की बरसात हो रही है, जबकि बाकी जगह सूखा ही पड़ा है. यह आंकड़े मुख्ममंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत हुए धन आबंटन के हैं.
2020-21 के आंकड़ों की बात करें तो उस वर्ष सराज को 10 करोड़ से ज्यादा, धर्मपुर को लगभग तीन करोड़ रूपए मिले, जबकि सदर को मात्र 56 लाख ही दिए गए. सिर्फ 2018-19 में जब अनिल शर्मा इसी सरकार में मंत्री थे तो सदर के लिए लगभग दो करोड़ रूपए लाने में सफल हो पाए थे.
नीचे दिए आंकड़ों में समझने की कोशिश कीजिए कि किस वर्ष सराज, धर्मपुर और सदर को मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत कितना-कितना पैसा मिला.
वर्ष 2018-19
सराज - 471.30 लाख
धर्मपुर - 189.00 लाख
सदर - 185.00 लाख
वर्ष 2019-20
सराज - 702.00 लाख
धर्मपुर - 292.50 लाख
सदर - 27.00 लाख
वर्ष 2020-21
सराज - 1008.21 लाख
धर्मपुर - 289.78 लाख
सदर - 56.09 लाख
वर्ष 2021-22 (31 जुलाई 2021 तक)
सराज - 601.75 लाख
धर्मपुर - 69.72 लाख
सदर - 38.91 लाख
उपरोक्त आंकड़ों के आधार पर कुल योग
सराज - 2707.51 लाख
धर्मपुर - 841.00 लाख
सदर - 307.00 लाख
सदर विधायक अनिल शर्मा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार मन बना चुकी है कि सदर में कोई काम करना ही नहीं है. बीते दो वर्षों में मंडी जिला प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में देश भर में पहले स्थान पर आया, लेकिन इस अवधि में सदर में इस योजना के तहत कोई सड़क ही नहीं बन पाई. इनका कहना है कि सदर ने अगर लोकसभा चुनावों में भाजपा को 27 हजार की लीड दी तो आज उसका यहां की जनता को यह तोहफा मिल रहा है.
अनिल शर्मा ने सदर क्षेत्र की जनता से अपील की है कि वो इस बात को समझें कि सरकार उनके क्षेत्र के साथ कितना भेदभाव कर रही है. उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर से भी आने वाले उपचुनाव में सदर क्षेत्र में वोट मांगने के लिए आने पर जनता के समक्ष यह सारे आंकड़े पेश करने की अपील की है.
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