मंडी/नेरचौक: कोरोना काल में जहां पूरा देश व स्वास्थ्य कर्मचारी इस महामारी से डट कर मुकाबला कर रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर कुछ ऐसे भी स्वास्थ्य संस्थान हैं जो इस खतरे को और बढ़ा रहे हैं. ये लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे है.
दराअसल नाचन क्षेत्र की बग्गी पंचायत के जगेड़ी नामक स्थान पर नहर किनारे किसी निजी स्वास्थ्य संस्थान ने खुले में बायो मेडिकल वेस्ट फेंका है. खुले में फेंका गया अस्पताल से निकलने वाला बायो मेडिकल वेस्ट जीव जंतुओं के साथ इंसानों के लिए भी खतरा बन सकता है. इस बायो मेडिकल वेस्ट को जहां एक ओर आवारा पशु खाकर बीमारी फैला सकते हैं. वहीं, दूसरी ओर हवा से उड़ कर किस आबादी वाले स्थान में गिरने से भी भारी नुकसान हो सकता है.
इस सम्बंध में पीएचसी बग्गी की चिकित्सक डॉ. रीना से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में इस बायो मेडिकल वेस्ट को उठाने का सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरा प्रबंध किया हुआ है. व्यवस्था के अनुसार इस वेस्ट को उपयुक्त स्थान में पहुंचाया जाता है. इस वेस्ट को उठाने के लिए हर दो दिन बाद गाड़ी आती है. विभाग द्वारा तय मापदंडों के हिसाब से इसे उन्हें सौंप दिया जाता है.
लोगों ने कार्रवाई करने की उठाई मांग
इससे साफ जाहिर होता है कि ये किसी निजी संस्थान का ही कार्य हो सकता है. स्थानीय पंचायत के प्रधान विकास गुप्ता,उप प्रधान दया राम समेत दर्जनों लोगों ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से यहां फेंके गए बायो मेडिकल वेस्ट को उचित स्थान पर ले जाने और यहां इसे फेंकने वाले व्यक्ति पर कार्रवाई करने की मांग उठाई है.
बग्गी पंचायत के प्रधान विकास गुप्ता का कहना है कि जिस स्थान पर यह बायो मेडिकल वेस्ट फेंकी गई है. वहां से सैकड़ों लोग आवाजाही करते हैं. इससे अन्य संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग गंदगी फैलाने वालों पर उचित कार्रवाई करने साथ इस वेस्ट को उठाने का प्रबंध करे.
बायो मेडिकल वेस्ट उचित स्थान पर पहुंचाया जाएगा
बीएमओ रत्ती डॉ. खीमा राम शर्मा का कहना है कि बायो मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंकने का निर्णय बहुत ही गलत है. व्यवस्था करके इस वेस्ट को उचित स्थान पर पहुंचाया जाएगा, ताकि लोग स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें.
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