मंडी: हिमाचल प्रदेश में घरेलू हिंसा (domestic violence in himachal pradesh) के बढ़ते मामलों को देखते हुए महिलाओं को जागरूक करने के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग (Himachal Pradesh State Commission for Women) ने शुक्रवार को मंडी के भ्यूली में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला में घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के बारे में इस कार्यशाला में विस्तार से सभी को जानकारी दी गई. इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर डेजी ठाकुर (Himachal Women Commission President Dr Daisy Thakur) विशेष रूप से मौजूद रहीं.
कार्यशाला में जिला के आंगनवाड़ी सुपरवाइजरों ने भाग लिया जिन्हे प्रोटेक्शन आफिसर का भी दायित्व दिया गया है. इस मौके पर महिला आयोग की सदस्य मंजरी नेगी, लॉ आफिसर अनुज वर्मा, मंडी जिला कोर्ट से अधिवक्ता देवेंद्रा देवी और मुकुल शर्मा ने कानून की बारीकियों और इसके क्रियान्वयन में पेश आ रही परेशानियों के समाधान के बारे में भी अहम जानकारी सभी से साझा की गई. कार्यशाला में आए हुए सदस्यों ने भी उन्हें फील्ड में आ रही चुनौतियों के बारे में सवाल किए और महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए. कार्यशाला में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर डेजी ठाकुर ने घरेलू हिंसा के मामलों के शीघ्र निपटारा करने की बात कही.
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इस मौके पर महिला आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर डेजी ठाकुर ने आने वाले समय में महिलाओं को उनके अधिकारों और हिंसा के खिलाफ बने कानूनों के बारे में जागरूकता शिविरों के आयोजन की बात भी कही. उन्होंने बताया कि प्रदेश में लगभग 450 मामले महिला आयोग के पास हैं, जिनमें से ज्यादातर मामले ग्रामीण क्षेत्रों से सामने आए हैं. उन्होंने माना कि कोरोना के कारण कोर्ट बंद रहने से प्रदेश में मामलों में वृद्धि हुई है लेकिन सभी के तालमेल से मामलों के शीघ्र निपटारे के प्रयास किए जा रहे हैं. इस कार्यशाला में जिला परियोजना आधिकारी मंडी डॉक्टर अंजू बाला और विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.
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